नयी दिल्ली :नोटबंदी के बाद से देश भर के बैंकों में लंबी-लंबी कतारे लगी हुई है. इस बीच रिजर्व बैंक ने सार्वजनिक व निजी क्षेत्री के बैंकों में जमा राशि की जानकारी साझा की है. नोटबंदी के बाद से देशभर के बैंकों में लोगों ने अब तक 5.12 लाख करोड़ रुपये लोगों ने जमा किये हैं. आरबीआई ने कहा कि 10 नवंबर से 33,000 करोड़ रुपये के नोट बदले गये हैं. वहीं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि 10 नवंबर के बाद से बैंकों और एटीएम के जरिये 1.03 लाख करोड़ रुपये की नकदी वितरित की गयी है. रिजर्व बैंक ने पुराने बड़े नोटों को चलन से हटाने के मद्देनजर बैंकों के पुराने फंसे कर्ज वर्गीकरण के नियमों में फेरबदल किया.
बैंकों को मिली पुराने नोटों में 5.44 लाख करोड़ रुपये की जमा
सरकार द्वारा 500 और 1000 का नोट बंद करने के फैसले के बाद से बैंकों को 18 नवंबर तक 5.44 लाख करोड़ रुपये के पुराने नोट बदले या जमा किए हैं. रिजर्व बैंक ने आज बयान में कहा कि 10 से 18 नवंबर के दौरान बैंकों के काउंटर या एटीएम के जरिये 1,03,316 करोड़ रुपये वितरित किए गये. सरकार द्वारा 8 नवंबर, 2016 को 500 और 1,000 का नोट बंद करने की घोषणा के बाद से रिजर्व बैंक ने ऐसे नोटों को बदलने या जमा कराने की व्यवस्था की है.
यह सुविधा रिजर्व बैंक और वाणिज्यिक बैंकों के साथ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा शहरी सहकारी बैंकों में उपलब्ध है. बैंकों के मुताबिक 10 नवंबर से 18 नवंबर के दौरान उन्होंने 5,44,571करोड़रुपयेके नोट बदले हैं या जमा किए हैं. इसमें से 33,006 करोड़ रुपये के नोट बदले गये हैं जबकि 5,11,565 रुपये जमा किए हैं. बयान में कहा गया है कि इस दौरान जनता ने अपने खातों या एटीएम से 1,03,316 करोड़ रुपये निकाले हैं. नोटबंदी की घोषणा के बाद 10 नवंबर को बैंक खुले थे. उस दिन से आज तक बैंकों में लंबी कतारें लगी हैं. लोग नोट बदलने या जमा कराने के लिए बैंंकों और डाकघरों पर लाइनें लगाकर खड़े हैं. एटीएम पर भीबड़ी-बड़ी कतारें देखने को मिल रही हैं. सरकार ने लोगों को अमान्य मुद्रा का इस्तेमाल पेट्रोल-डीजल, रेल या हवाई टिकट खरीदने, बिजली पानी के भुगतान या कर भुगतान के अलावा सरकारी अस्पतालों में करने की अनुमति दी है.
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