मुंबई : शुरुआती कारोबार में गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 28 पैसे टूटकर 68.84 के स्तर पर आ गया. यह रुपये का पिछले 39 महीनों का सबसे निचला स्तर है. इसके पीछे मुख्य वजह विदेशी कोषों की लगातार निकासी को माना जा रहा है. बुधवार को घरेलू विनिमय बाजार में रुपया अपने सबसे निचले स्तर 68.85 पर पहुंच गया था. इससे पहले 28 अगस्त, 2013 को यह 68.80 के स्तर पर बंद हुआ था.
मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि निर्यातकों की ओर से माह के अंत में डॉलर की मजबूत मांग, विदेशी कोषों की सतत निकासी और अमेरिका के केंद्रीय बैंक की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की संभावना से घरेलू मुद्रा को नुकसान पहुंचा है. उनका कहना है कि घरेलू शेयर बाजारों की धीमी शुरुआत से भी रुपया कमजोर हुआ है. बुधवार को रुपया 31 पैसे टूटकर 68.56 के स्तर पर बंद हुआ था, जो पिछले नौ महीने में सबसे निचला स्तर था. इसी बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को 145.97 अंक यानी 0.56 फीसदी गिरकर 25905.84 अंक पर खुला है.
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