सेलरी वीक पर वित्त राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल की प्रतिक्रिया
वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज सुबह मीडिया से कहा कि हमने सैलरी वीक की पूरी तैयारी की है. उन्होंने कहा कि हमने कैश के पूरे इंतजाम किये हैं. उन्होंने कहा कि इसीलिए हमने सरकारी कर्मचारियों को पहले ही 10 हजार रुपये सैलरी से एडवांस में निकालने की अनुमति दी थी. हमने दुनिया भर की घोषणाएं की है, लोग डिजिटल पेमेंट की ओर बढ़ें.
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नयी दिल्ली : आज दिसंबर महीने का पहला दिन और वेतन दिवस है और नोटबंदी के बीच बैंकों में फिर एक सप्ताह तक भीड़ रहने का अनुमान है. इस बीच बैंकों नेआम लोगों की सुविधा का ध्यान रखते हुए एवं अपने कर्मचारियों को किसी तरह की फजीहत से बचाने के लिएनकदी का विशेष बंदोबस्त करने की कोशिश की है. वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के मानें तो बैंकों को अतिरिक्त नकदी उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है ताकि वेतनभोगियों को नकदी लेने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो.इस पूरे कवायद की निगरानी खुद वित्तमंत्री अरुण जेटली कर रहे हैं और वित्त मंत्रालय व रिजर्व बैंक एक-दूसरे के संपर्क में है.गौरतलब है कि सरकार ने 8 नवंबर की रात नोटबंदी की घोषणा के बाद यह पहला सैलरी सप्ताह होगा. नोटबंदी में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के सरकार के फैसले के बाद से ही बैंकों और एटीएम में लंबी लाइन देखने को मिल रही है.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने की रिजर्व बैंक के गवर्नर से बात
सूत्रों के अनुसार, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर उर्जित पटेल से बात की औरनकदीकी समस्या से निपटने के उपाय पूछे. पटेल ने जेटली को पूरी तरह से आश्वस्त किया है कि सैलरी सप्ताह में सैलरी और पेंशनभोगी लोगों की निकासी में कोई परेशानी नहीं होगी. बैंकों में कैश का फ्लो बढ़ा दिया गया है. बाजार में 500 रुपये के नये नोटों को बढ़ी मांग को देखते हुए 500 रुपये के नोटों की छपाई तेज कर दी गयी है. आरबीआई से सभी बैंकों के साथ मिलकर प्लान तैयार किया है. इसके मुताबिक 7 दिसंबर तक कैश फ्लो को बढ़ाया जाएगा. इसके साथ ही खुल्ले की समस्या को कम करने के लिए आरबीआई का फोकस 500 के नये नोटों की सप्लाई पर भी है. पिछले दो दिनों से आरबीआई इसके लिए युद्धस्तर पर काम करवा रहा है.
सरकार के दो छपाई कारखानों में छप रहे हैं केवल 500 रुपये के नोट
सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कैश की कमी को ध्यान में रखते हुए नोटों की छपाई तेज कर दी है. सरकार के दो प्रेसों में केवल 500 रुपये के नोट छापे जा रहे हैं. सरकार को उम्मीद है कि इससे 30 फीसदी नोट ज्यादा छपेंगे. बाजार में अब 500 के नोट की मांग ज्यादा है. 2000 रुपये के नोटों का खुल्ला मिलने में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. आरबीआई की आधुनिक मैसूर और सलबोनी प्रेस में 500 के नोट छापे जाएंगे. इन दोनो ही प्रिंटिग प्रेस में हर महीने 100 करोड़ नोट छापने की क्षमता है. अनुमान लगाया जा रहा है कि पिछले हफ्ते तक 500 के 40 करोड़ नोट ही छपे थे, इसीलिए बाजार में इनकी कमी थी. बैंक के सूत्रों की मानें तो नवंबर के अंतिम सप्ताह में बैंकों में कैश की कमी हो गयी थी. ऐसा सैलरी सप्ताह में कैश के फ्लो को बढ़ाने के लिए किया गया था.सूत्रों का कहना है कि एक रणनीति के तहत ही नवंबर अंतिम सप्ताह में कैश फ्लो नियंत्रित किया, ताकि दिसंबर पहले सप्ताह में उसे तेज किया जा सके.
90 फीसदी एटीएम से निकाल सकेंगे नये 500 और 2000 के नोट
सैलरी सप्ताह को ध्यान में रखकर सभी बैंकों ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. देशभर में मौजूद एटीएम में से करीब 90 फीसदी एटीएम को नये 500 और 2000 रुपये के नोट निकलने के लिए अपग्रेड किया जा चुका है. नये नियमों के अनुसार एक व्यक्ति एक दिन में एटीएम से केवल 2500 रुपये ही निकाल सकेंगे. ऐसे में एक बार एटीएम में पूरा पैसा भर देने के बाद कई लोगों को एटीएम से कैश मिल पायेगा. अगर 2500 रुपये से अधिक राशि की निकासी करनी हो तो बैंक की शाखा में जाना होगा. बैंक शाखा से एक सप्ताह में 24000 रुपये तक निकाले जा सकेंगे.
ज्यादा सैलरी अकाउंट वाले बैंकों को मिलेगा ज्यादा कैश, विमान से पहुंचेगा पैसा
रिजर्व बैंक सूत्रों ने कहा है कि जिन बैंकों में सैलरी अकाउंट की संख्या ज्यादा है वहां ज्यादा मात्रा में कैश उपलब्ध करवाया जायेगा. सैलरी और पेंशन अकाउंट वाले बैंकों की शाखा में 20 से 30 फीसदी ज्यादा कैश सप्लाई की जायेगी. ऐसी बैंक शाखाओं में कर्मचारी की कमी ना हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है. जिन कर्मचारियों के पास बैंक खाता नहीं हैं, उनके नये खाते खोलने के लिए स्पेशल शिविर लगाये जा रहे हैं. वित्त मंत्रालय के निर्देश के अनुसार सैलरी डे को ध्यान में रखते हुए, पिछले दो दिनों से कैश सप्लाई तेज करने पर काम जारी है. मंगलवार तक कैश की सप्लाई के लिए भारतीय वायुसेना के विमानों की भी मदद ली गयी है. इन विमानों के जरिए 210 टन करंसी नोट देश भर में मौजूद आरबीआई के विभिन्न सेंटर्स पर पहुंचाये गये हैं. इस काम के लिए C-130, C-17 and AN-32 विमानों का इस्तेमाल किया गया है.
सुरक्षा को लेकर बैंककर्मी चिंतित, आईबीए को लिखा पत्र
सैलरी सप्ताह के दौरान बैंककर्मियों को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है. बैंककर्मियों नें इंडियन बैंक एसोसएशन (आईबीए) को पत्र लिखा है. आईबीए ने सरकार से आग्रह किया है कि सैलरी निकासी के समय उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाये. हालांकि नोटबंदी के बाद से बैंकों में किसी प्रकार का हंगामा ना हो इसके लिए सुरक्षा बलों को बैंकों के बाहर और अंदर तैनात रखा गया है. स्थानीय प्रशासन भी सैलरी सप्ताह में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैयारी पूरी कर ली है.
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