हर किसी में मन में उठ रहा है एक ही सवाल, क्या नए साल में खत्म होगी कैश निकालने की सीमा ?

नयी दिल्ली : बैंकों में 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट जमा कराने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर है, लेकिन हर किसी के मन में अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या उसके बाद एटीएम और बैंकों से पैसा निकालने पर लगी लिमिट खत्म हो जाएगी? इकनॉमिक टाइम्स ने कई बैंकरों से इसका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2016 9:30 AM

नयी दिल्ली : बैंकों में 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट जमा कराने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर है, लेकिन हर किसी के मन में अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या उसके बाद एटीएम और बैंकों से पैसा निकालने पर लगी लिमिट खत्म हो जाएगी? इकनॉमिक टाइम्स ने कई बैंकरों से इसका जवाब जानना चाहा, जिसके जवाब में बताया गया कि शायद 1 जनवरी से पाबंदी खत्म हो सकती है. अधिकतर बैंकरों ने कहा कि पैसा निकालने की छूट बढ़ाई जा सकती है, लेकिन मुंबई, दिल्ली और देश के दूसरे इलाकों में लंबी लाइनों में लगने वाली जनता को राहत तभी मिलेगी, जब करंसी की सप्लाई और बढ़ेगी. जनता को राहत और वैसी स्थिति में मिलेगी जब 500 के नए नोट बाजार में फ्लो में चलने लगेंगे.

आपको बता दें कि नोटबंदी के 30वें दिन भी दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, नोएडा समेत देश के दूसरे शहरों में एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगी रही. इधर, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली डिजिटल पेमेंट पर छूट का एलान कर रहे थे, तो उधर दिल्ली के मुखर्जीनगर में एक एक एटीएम के बाहर खड़े लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. दरअसल, बैंकों में नोटों की अदला-बदली की भीड़ तो कम हो गयी है, लेकिन एटीएम के बाहर की लाइन वैसी ही है, जैसे पिछले महीने थी.

ग्रामीण इलाकों की हालत तो और भी खराब है. इधर, यूपी के सहारनपुर में गुरुवार को बैंक से कैश नहीं मिलने पर लोगों ने दिल्ली-यमुनौत्री हाइवे पर जाम कर विरोध-प्रदर्शन किया. कई बैंक कम नकदी होने की वजह से सरकार द्वारा तय सीमा से कम रकम ग्राहकों को दे रहे हैं.

नकदी की कमी से जूझ रहे बैंकों ने निकासी के लिए स्वयं से सीमा लगायी है. इसके तहत कुछ मामलों में ग्राहकों को 2,000 रुपये तक ही निकालने की अनुमति दी जा रही है, जबकि रिजर्व बैंक ने प्रति सप्ताह 24,000 रुपये की सीमा तय की हुई है. जिनके पास नकदी की उपलब्धता अच्छी है, वे 10,000 रुपये से लेकर 12,000 रुपये तक निकासी की अनुमति दे रहे हैं. अधिकतर एटीएम में भी नकदी नहीं है. इससे लोगों को समस्या हो रही है. बैंक अफसरों के अनुसार, कुछ कंपनियों में वेतन महीने की सात तारीख को आता है, ऐसे में शाखाओं में भीड़ है. यह स्थिति अगले 10-12 दिनों तक रहेगी.

एसबीआइ के प्रबंध निदेशक रजनीश कुमार ने कहा कि वेतन और पेंशन को लेकर भीड़ अगले 5-7 दिनों तक बनी रहेगी. ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिये बैंक नकद निकासी पर सीमा लगा रहे हैं.

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