मुंबई : साइरस मिस्त्री को शेयरधारकों के मतदान के बाद आज टाटा इंडस्टरीज के निदेशक पद से हटा दिया गया. टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाये जाने के बाद यह पहला मौका है जब उन्हें निदेशक मंडल से हटाया गया. टाटा इंडस्टरीज ने कहा कि निदेशक पद से हटाये जाने के बाद वह कंपनी के चेयरमैन भी नहीं रहे. बयान के अनुसार, ‘टाटा इंडस्टरीज की 12 दिसंबर 2016 को हुई असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में कंपनी के निदेशक मंडल से साइरस मिस्त्री को हटा दिया गया. इसीलिए वह कंपनी के चेयरमैन भी नहीं रहे.’
मिस्त्री को नमक से लेकर साफ्टवेयर तक बनाने वाली 103 अरब डालर की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के चेयरमैन पद से इस वर्ष 24 अक्तूबर को हटा दिया गया. उसके बाद से अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने अपनी स्थिति मजबूत करने के इरादे से प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों से मिस्त्री को हटाने के लिये कदम उठाया है.
पूरे दिसंबर में टाटा समूह की सूचीबद्ध कंपनियों की ईजीएम प्रस्तावित है जिसमें मिस्त्री को संबंधित कंपनियों के निदेशक मंडल से हटाने के टाटा संस के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा. ईजीएम के बाद टाटा इंडस्टरीज के निदेशक मंडल में केआरएस जामवाल, आर भींगे, इरेना विट्ठल, आशीष धवन, एन श्रीनाथ और एफ एन सुबेदार शामिल हैं.
टाटा इंडस्टरीज टाटा संस की अनुषंगी कंपनी है. टाटा मोटर्स, टाटा पावर, टाटा स्टील समेत टाटा की कई कंपनियों की टाटा इंडस्टरीज में हिस्सेदारी है. टाटा इंडस्टरीज की मुख्य गतिविधियां वृद्धि को सुगम बनाने के लिये टाटा के नये कारोबार में प्रवेश तथा परिचालन कंपनियों में निवेश को बढ़ावा देना है.
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