इस महीने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी इजाफा होने की उम्मीद है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की बढ़ी कीमतों का असर भारतीय तेल कंपनियों पर भी हो रहा है. 15 दिसंबर को कीमतों की समीक्षा में पेट्रोलियम कंपनियां मूल्य वृद्धि की घोषणा कर सकती हैं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में पिछले एक महीने में 15 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो चुकी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्दी ही पेट्रोल और डीजल के दाम 6 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकते हैं. 2001 के बाद ओपेक के सदस्यों के बीच पहली बार क्रूड ऑयल का उत्पादन घटाने पर सहमति बनी है. इससे क्रूड ऑयल की कीमतें और बढ़ने के आसार हैं.
15 दिसंबर को तेल की कीमतों की समीक्षा की जाएगी. इसके बाद करीब 6 रुपये प्रति लीटर तक कीमतें बढ़ाई जा सकती हैं. हालाकि जानकारों का मानना है कि ये बढ़ोत्तरी दो बार में की जा सकती है जिससे ज्यादा हंगामा न हो. रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंदुस्तान पेट्रोलियम के चेयरमैन मुकेश सराना का मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कीमते बढ़ने से देश में भी कीमते बढ़ेंगी. लेकिन इसका बोझ ग्राहकों पर एकबार में नहीं डाला जायेगा.
जून 2014 में क्रूड ऑयल की कीमत 115 डॉलर प्रति बैरल थी. बाद में भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमतों में गिरावट का दौर जारी रहा और फरवरी 2016 में यह कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गयी. हालांकि लोगों को इस गिरावट का पूरा फायदा नहीं मिल पाया. कंपनियों ने मार्जिन बचा कर रखा था, इससे हो सकता है कि क्रूड ऑयल की कीमतों में इजाफे के बावजूद भारतीय पेट्रोल कंपनियां ज्यादा मूल्यवृद्धि ना करें.
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