हैदराबाद : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज जीडीपी के मामले में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पीछे छोडने के भारत के कदम पर खुशी जताई और कहा कि ‘‘औपनिवेशिक शासन का इतिहास उत्पीडन और विपत्तियों का इतिहास है.” मुखर्जी ने फेडरेशन ऑफ तेलंगाना एंड आंध्र प्रदेश चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्टरी (एफटीएपीसीसीआई) के शताब्दी वर्ष में उसके सालाना समारोह में कहा, ‘‘कुछ दिन पहले ही हमने एक अखबार का शीर्षक देखा कि हमारे औपनिवेशिक काल के शासक रहे, ग्रेट ब्रिटेन की वार्षिक आय भारत की आय से कम है.” उन्होंने इस तरह के घटनाक्रम की तुलना ‘लोगों और राष्ट्रों के जीवन में आने वाले उतार चढ़ावों’ से की.
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