मुंबई : टाटा संस के निष्कासित चैयरमेन साइरस मिस्त्री के साथ अपनी खींचतान को लेकर चुप्पी तोड़ते हुए रतन टाटा ने कहा कि पिछले दो महीने से मेरी व्यक्तिगत छवि को चोट पहुंचाने की कोशिश की गयी है लेकिन अंतत सच्चाई सबके सामने आयेगी. भले ही मेरी लड़ाई कितना पीड़ादायी क्यों न हो. उन्होंने कहा कि ये दिन बहुत ही अकेलेपन वाले रहे हैं क्योंकि अखबार उन हमलों से भरे हुए हैं जिनमें से ज्यादा निराधार लेकिन बहुत पीडादायक हैं. उल्लेखनीय है कि 24 अक्तूबर को मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से अचानक हटा दिया गया. रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया. टाटा ने यहां टाटा कैमिकल्स के शेयरधारकों की बैठक में अपने विचार रखने के लिए हस्तक्षेप किया.
उन्होंने कहा,‘पिछले दो माह के दौरान, मेरी व्यक्तिगत छवि और इस महान टाटा समूह की साख को नुकसान पहुंचाने के लिये निश्चित रुप से प्रयास किये गये. ‘ उल्लेखनीय है कि मिस्त्री खुद को हटाए जाने के खिलाफ लडाई लड़ रहे हैं और शुरू में समूह की अन्य कारोबारी कंपनियों के निदेशक मंडल में बने रहने पर अड़े रहे. इस दौरान रतन टाटा व साइरस मिस्त्री के खेमे में जुबानी जंग हुई और एक दूसरे के खिलाफ बयान जारी किए गए.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.