नयी दिल्ली : एक रपट के अनुसार देश के तेजी से बढ़ते उपभोक्ता उत्पाद (एफएमसीजी) खंड के लिए पतंजलि आयुर्वेद बाजार में हलचल मचा देने वाली सबसे बड़ी ताकत के रूप में उबरी है. पतंजलि आयुर्वेद योग गुरु बाबा रामदेव का एफएमसीजी उपक्रम है. उद्योग मंडल एसोचैम व टेकसाई की एक अनुसंधान रपट में यह निष्कर्ष निकाला गया है.
इसके अनुसार, ‘पतंजलि आयुर्वेद की सालाना वृद्धि दर वित्त वर्ष 2016 में 146 प्रतिशत रही और इसने 76.9 करोड़ डालर का कारोबार किया.’ रपट के अनुसार पतंजलि आयुर्वेद ने यह प्रभावी वृद्धि दर ऐसे समय में हासिल की जबकि इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों – आईटीसी, डाबर, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोलगेट-पामोलिव व प्रॉक्टर एंड गैंबल की कारोबार वृद्धि दर दहाई अंक यानी 10 प्रतिशत से कम रही.’
इसके अनुसार पतंजलि आयुर्वेद ने शुरू में आयुर्वेदिक दवाओं पर ध्यान केंद्रित किया था लेकिन धीरे-धीरे उसने खाद्य व कास्मेटिक उत्पादों का विनिर्माण शुरू किया और अब 500 उत्पादों के साथ उसने अपनी बाजार भागीदारी बढायी है. रपट के अनुसार पतंजलि के उत्पादों की पेशकश का असर अन्य कंपनियों की बाजार भागीदारी पर पड़ा है.
रपट के अनुसार पतंजलि के जिन उत्पादों ने अन्य कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी को प्रभावित किया है उनमें दंत कांति, केश कांति व आटा नूडल्स शामिल है. उल्लेखनीय है कि पतंजलि आयुर्वेद में आचार्य बालकृष्ण की 94 प्रतिशत हिस्सेदारी है. आचार्य बालकृष्ण, रामदेव के करीबी हैं.
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