नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया (यूबीआई) ने अपनी बेंचमार्क ऋण दरों में 0.90 प्रतिशत तक की कटौती की है. इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक तथा पंजाब नेशनल बैंक अपनी ऋण दरों में कटौती कर चुके हैं. बैंक की संपत्ति देनदारी समिति ने विभिन्न परिपक्वता अवधि की कोष की सीमान्त लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) को 0.60 से 0.90 प्रतिशत तक घटा दिया है. नयी दरें 6 जनवरी से प्रभावी होंगी.
बैंक ने बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि एक साल की एमसीएलआर को 0.60 प्रतिशत घटाकर 8.8 प्रतिशत किया गया है. वहीं एक महीने की एमसीएलआर को 0.90 प्रतिशत घटाकर 8.35 प्रतिशत किया गया है. बेंचमार्क दरों में कटौती से बैंक का आवास, कार और अन्य रिण सस्ता होगा.
कई बैंकों के ऋण हुए सस्ते
बुधवार को एचडीएफसी बैंक व केनरा बैंक सहित कई और प्रमुख बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में 0.9 प्रतिशत तक की कटौती की घोषणा की. बैंकों के इस कदम से कोष आधारित उधारी दर (एमसीएलआर) की सीमांत लागत घटेगी और इससे जुड़े आवास, वाहन व अन्य ऋण सस्ते होंगे. देश में निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने आज अपनी मानक ब्याज दर 0.90 प्रतिशत तक कम कर दी.
इसके साथ ही एचडीएफसी बैंक भी करीब एक दर्जन बैंकों और आवास वित्त कंपनियों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की पहल में शामिल हो गया. बैंक की संपत्ति देनदारी समिति ने विभिन्न परिपक्वता अवधि के लिये कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर में (एमसीएलआर) 0.75 प्रतिशत से 0.90 प्रतिशत तक कमी का फैसला किया. इसी तरह सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) 0.75 प्रतिशत तक कम कर दिया.
एक साल के लिये कर्ज पर ब्याज 8.45 प्रतिशत होगा जो पहले 9.15 प्रतिशत था. हालांकि, आईडीबीआई बैंक तथा स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर ने 2016 के अंतिम सप्ताह में ही ब्याज दर में कटौती की घोषणा की थी लेकिन एसबीआई द्वारा रविवार को ब्याज दर में 0.90 प्रतिशत की कटौती के बाद अन्य बैंकों ने भी इस दिशा में कदम उठाये.
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