आठवें वाइब्रेंट समिट में बोले पीएम, अर्थव्यवस्था के तौर – तरीकों में बदलाव लाना हमारा मकसद

गांधीनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में आर्थिक नीतियों और कार्यक्रमों में सुधारों को निरंतर आगे बढाने को लेकर आज सरकार की सशक्त प्रतिबद्धता व्यक्त की और देश की राजनतिक और आर्थिक व्यवस्था बुनियादी बदलाव लाने का वादा किया. प्रधानमंत्री ने कहा भारत को कारोबार की दृष्टि से सबसे सुगम स्थान बनाने के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2017 9:05 PM

गांधीनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में आर्थिक नीतियों और कार्यक्रमों में सुधारों को निरंतर आगे बढाने को लेकर आज सरकार की सशक्त प्रतिबद्धता व्यक्त की और देश की राजनतिक और आर्थिक व्यवस्था बुनियादी बदलाव लाने का वादा किया. प्रधानमंत्री ने कहा भारत को कारोबार की दृष्टि से सबसे सुगम स्थान बनाने के लिए व्यवस्था को भ्रष्टाचार मुक्त तथा प्रक्रियाओं को आसान बनाया जाएगा. मोदी ने यहां हर दो साल पर होने वाले वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि कंपनियों के लिये अनुकूल माहौल तैयार करना तथा निवेश आकर्षित करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है.

इस वैश्विक निवेशक सम्मलेन की लोकप्रियता को दखते हुए अब इसे ‘पूर्व का दावोस’ कहा जाने लगा है. विश्व व्यापार मंच द्वारा स्विट्जरलैंड के वार्षिक दावोस सम्मेलन की तरह वाइब्रेंट गुजरात सम्मलेन में भी फार्चुन 500 सूची की कई कंपनियों के सीईओ तथा अनेक देशों के राजनेता और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.मोदी ने कहा, ‘‘हमने व्यापार सुगमता पर अत्यधिक जोर दिया है.मेरी सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था के निरंतर सुधार को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले ढाई साल से सरकार ने भारत की क्षमता को हकीकत में बदलने तथा अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर लाने के लिये दिन-रात काम किया है. उन्होंने कहा कि इसका परिणाम उत्साहजनक है.जीडीपी वृद्धि, मुद्रास्फीति, राजकोषीय घाटा, चालू खाते का घाटा जैसे वृहत आर्थिक संकेतकों के साथ विदेशी निवेश में उल्लेखनी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि व्यापार सुगमता पर काफी जोर दिया गया है तथा लाइसेंस लेने की प्रक्रिया तथा मंजूरी, रिटर्न तथा जांच से संबंधित प्रावधानों एवं प्रक्रियाओं के लिये निर्णायक कदम उठाये गये हैं.उन्होंने कहा, ‘‘हम विभिन्न क्षेत्रों में सैकडों कार्य बिंदुओं के क्रियान्वयन पर नजर रख रहे हैं जिसका मकसद नियामकीय मसौदे में सुधार करना है. यह बेहतर राजकाज के हमारे वादे का हिस्सा है.’ मोदी ने कहा कि अब जब भारत वैश्विक स्तर पर प्रचलित बेहतर गतिविधियों के करीब बढ रहा है, ऐसे में हमारी नीति एवं गतिविधियों के सकारात्मक प्रभाव से सरकार का भरोसा बढा है. ‘‘यह व्यापार करने के लिये सर्वाधिक सुगम स्थान बनाने के लिये हमें अपनी प्रक्रियाओं को और सुगम बनाने के लिये प्रोत्साहित करता है.’
उन्होंने कहा, ‘‘हम कंपनियों के लिए यहां स्थापित होने तथा विकास के लिये चीजों को और सुगम बनाने के लिये हर दिन अपनी नीतियों एवं प्रक्रियाओं को युक्तिसंगत बना रहे हैं.’ मोदी ने कहा, ‘‘हमने कई क्षेत्रों में एफडीआई व्यवस्था को उदार बनाया है. भारत आज सर्वाधिक खुली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है.’ उन्होंने कहा कि मई 2014 के बाद कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश :एफडीआई: 130 अरब डालर पहुंच गया। यह भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेशकों के भरोसे को प्रतिबिंबित करता है

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