टाटा संस के भावी चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के टीसीएस के सीइओ के रूप में वित्तीय वर्ष 2016 में जो वेतन बढ़ोतरी की गयी, उसने सबको चौंका दिया. पिछले वर्ष चंद्रशेखरन के वेतन में 20 फीसदी बढ़ोतरी की गयी, जिससे उनका वेतन 25.6 करोड़ रुपये सालाना हो गया. जो कंपनी में दिये जाने वाले मध्यमा वेतन से 459 गुणा थी. इससे पूर्व वित्तीय वर्ष 2015 में यह 416 गुणा थी.
उनके कुल वेतन में 2.28 करोड़ वेतन मद में, 2.64 करोड़ रुपये अनुलाभ मद में, 19 करोड़ रुपयेकमीशन मद में और 1.73 करोड़ रुपये अन्य भत्ते के तौर पर शामिल थे. इसके साथ ही उन्हें वन टाइम स्पेशल बोनस के तौर पर जो कि पिछले वर्ष ही कंपनी ने घोषित किया था चंद्रशेखरन को 10 करोड़ रुपये मिले थे. इस घोषणा केतहत कर्मचारियों को उनके योगदान के वित्त वर्ष के एक हफ्ते के वेतन के बराबर उन्हें बोनस दिया गया.
वित्तीय वर्ष 2016 में टीसीएस के 3,53,843 कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी औसतन 9.2 फीसदी रही. एन चंद्रशेखरन के वेतन में की गयी बढ़ोतरी का मुद्दा टीसीएस के एजीएम में भी छाया रहा. कुछ शेयरहोल्डरों ने बोर्ड से कहा कि यह टाटा की परंपरा के अनुकूल नहीं है. शेयरहोल्डरों ने इंफोसिस की तरह टीसीएस में बोनस शेयर नहीं दिये जाने के संदर्भ में कहा था कि हमें सिक्का (इंफोसिस के सीइओ) जैसा आदमी चाहिए, वोखाता है, खाने भी देता है, कितना बोनस शेयर दिया इंफोसिस में. इस पर तत्कालीन चेयरमैन सायरस मिस्त्री ने शेयरहोल्डरों को आश्वस्त किया था कि अगले वर्ष उनकी इस मांग को ध्यान में रखा जायेगा.
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