नयी दिल्ली :रिलायंस समूह की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को भेजी गयी शिकायत में एयरटेल के प्रचार योजना के विज्ञापन में डाटा के मूल्य को गुमराह करने वाला बताते हुए उस पर ‘सबसे उंचा जुर्माना’ लगाने की मांग की है.
जियो का आरोप है कि एयरटेल ने अपनी प्रचार पेशकश में डेटा का मूल्य काफी अधिक बढ़ाचढ़ाकर दिखाया है. जियो ने दूरसंचार नियामक को भेजे पत्र में कहा है कि एयरटेल द्वारा जारी प्रीपेड और पोस्टपेड शुल्क पैक के बारे में विज्ञापनों में एयरटेल ने असीमित कॉल और मुफ्त डेटा की जो पेशकश की है वह दूरसंचार कानून का गंभीर उल्लंघन है.
जियो ने एयरटेल पर असीमित कॉल्स के लाभ के बारे में गलत तथ्य देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसमें उचित प्रयोग नीति (एफयूपी) के लागू होने के बारे में कोई संकेत नहीं दिया गया है. इसमें आरोप लगाया गया है कि एयरटेल का विशेष शुल्क वाउचर 345 वास्तव में असीमित नहीं है क्योंकि एयरटेल ने 300 मिनट प्रतिदिन या 1,200 मिनट प्रति सप्ताह का एफयूपी लागू किया है जिसके बाद कॉल पर शुल्क लगेगा. ऐसे में ये प्रीपेड पैक ग्राहकों को असीमित मुफ्त कॉल की सुविधा नहीं देते.
जियो ने दावा किया है कि एफयूपी से संबंधित सूचना सिर्फ एयरटेल के कॉल सेंटर के कर्मचारियों द्वारा दी जा रही है वह भी तब जबकि उनसे इस बारे में विशेष रुप से पूछा जा रहा है. जियो ने कहा कि यह ट्राई के 10 सितंबर, 2010 के निर्देशों का उल्लंघन है. एयरटेल के विज्ञापन में 345 रपये के प्रीपेड एसटीवी पर ‘12 महीने के लिए 9,000 रपये के मूल्य के बराबर का मुफ्त डेटा’ में डेटा लाभ तभी मिलेगा जब कि 345 रुपये का भुगतान किया जाएगा. इसलिए इसे मुफ्त नहीं कहा जा सकता.
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