नयी दिल्ली : लोकसभा में आज वित्त मंत्री द्वारा पेश किये गये बजट को नये युग की शुरुआत करार देते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण की छाप स्पष्ट दिखायी देती है. वित्त वर्ष 2017-18 का बजट संसद में पेश होने के बाद प्रभु ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी के महत्वपूर्ण फैसले लिये थे. जिसके बाद आज के बजट के साथ नये युग की शुरुआत की गयी है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बजट में आर्थिक पहलू के साथ सामाजिक समानता का भी ध्यान रखा है. प्रभु ने कहा कि देश में बहुत बड़ स्तर पर निवेश किया जा रहा है और इससे विकास होगा. उदाहरण के लिए रेलवे में एक लाख 31 हजार करोड़ रुपये का व्यय शामिल है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज अपने बजट भाषण में कहा, ‘2017-18 में रेलवे के लिए कुल पूंजी और विकास व्यय 1,31,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. इसमें सरकार द्वारा बजट से उपलब्ध करायी गयी 55,000 करोड़ रुपये की राशि भी शामिल है.’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जो कहते रहे हैं और उनके विचारों की छाप वित्त मंत्री के हर वक्तव्य में स्पष्ट झलकी है. यह आगे की दिशा में ले जाने वाला बजट है. पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए इस साल सरकार ने आम बजट और रेल बजट एक साथ पेश किया है.
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