इन्फोसिस के प्रवर्तकों ने उठाया विशाल सिक्का के वेतन का मुद्दा
बेंगलुरु : देश के आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस के प्रवर्तकों में शामिल एनआर नारायण मूर्ति, क्रिस गोपालकृष्णन और नंदन निलेकणी आदि ने कंपनी के बोर्ड के सामने इसके प्रशासनिक खामियों और कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का को मिल रहे सालाना पैकेज के मुद्दे को उठाया है. कहा यह जा रहा है […]
बेंगलुरु : देश के आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस के प्रवर्तकों में शामिल एनआर नारायण मूर्ति, क्रिस गोपालकृष्णन और नंदन निलेकणी आदि ने कंपनी के बोर्ड के सामने इसके प्रशासनिक खामियों और कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का को मिल रहे सालाना पैकेज के मुद्दे को उठाया है. कहा यह जा रहा है कि कंपनी के प्रवर्तकों ने बोर्ड के सामने विशाल सिक्का को मिलने वाले सालाना पैकेज की तुलना कंपनी के पूर्व दो अधिकारियों राजीव बंसल और डेविड कनेडी को मिलने वाले पैकेज से करते हुए सवाल खड़ा किया है. मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अभी हाल ही में कंपनी ने प्रवर्तकों ने बोर्ड के समक्ष प्रशासनिक खामियों को उठाते हुए कंपनी में मूल्य आधारित लोगों को लाने का सुझाव दिया था.
अंग्रेजी के समाचार चैनल सीएनबीसी-टीवी 18 में प्रकाशित खबर के अनुसार, इसमें महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इन्फोसिस के प्रवर्तकों ने कंपनी के प्रशासनिक खामियों के मुद्दे को उठाने के साथ ही इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का को दिये जाने वाले सालाना पैकेज के मामले पर भी चिंता जाहिर की है. इसके साथ ही उन्होंने कंपनी के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी राजीव बंसल और जेनरल काउंसल डेविड कनेडी को वेतन के तौर पर दिये जाने वाले सालाना पैकेज पर भी सवाल उठाये हैं.
इंफोसिस ने दिया ये जवाब, कहा-माना जा रहा है लोगों का सुझाव
समाचार चैनल सीएनबीसी-टीवी 18 की ओर से पूछे गये एक सवाल के जवाब में इन्फोसिस ने जवाब देते हुए कहा है कि इस तरह के फैसले कंपनी के समग्र हित को देखते हुए लिये गये हैं. इन्फोसिस ने अपने जवाब में कहा है कि उसे कंपनी के कार्यों का मूल्यांकन करने वाले प्रवर्तकों और विभिन्न शेयरधारकों की ओर से दिये गये सुझाव को प्राप्त कर लिया है. इसके साथ ही, कंपनी हमेशा अपने सभी शेयरधारकों के हित में दिशा-निर्देश जारी करती रहेगी.
विशाल सिक्का को मिलता है 20 बिलियन डॉलर सालाना पैकेज
अक्तूबर, 2016 में इन्फोसिस ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का के वेतन-भत्तों के रूप में वर्ष 2011 तक मिलने वाले सालाना पैकेज को बढ़ाकर करीब 20 मिलियन डॉलर कर दिया था. इसमें उन्हें 11 मिलियन डॉलर प्रोत्साहन राशि के तौर पर दी जाती है, जबकि वेतन के रूप में उन्हें तीन मिलियन डॉलर सालाना और करीब आठ मिलियन डॉलर कंपनी के लक्ष्य को प्राप्त करने पर दिये जाते रहेंगे. सूत्रों का कहना है कि इन्फोसिस बोर्ड ने इन बिंदुओं को रेखांकित करते हुए इस मुद्दे पर समीक्षा करने की तैयारी कर रहा है. सूत्रों का यह भी कहना है कि कंपनी के करीब 98 फीसदी शेयरधारक यह चाहते हैं कि इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी को मिलने वाले सालाना पैकेज पर पुनर्विचार किया जाये और उसे पुनर्गठित किया जाये.
राजीव बंसल को मिलता था 17.38 करोड़ रुपये का सालाना पैकेज
कंपनी के सूत्रों का कहना है कि अक्तूबर, 2015 में कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी के कार्यभार से त्यागपत्र देकर इंफोसिस छोड़ने वाले राजीव बंसल को कंपनी की ओर से करीब 17.38 करोड़ रुपये का सालाना पैकेज दिया जाता था. वहीं, दिसंबर में कंपनी छोड़ने वाले इन्फोसिस के मुख्य अनुपालन अधिकारी डेविड कनेडी को 8,68,250 डॉलर सालाना पैकेज दिया जाता था.
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