अप्रत्यक्ष कर संग्रह पहले दस माह में 24% और प्रत्यक्ष कर संग्रह 10.79% बढ़ा
नयी दिल्ली : सरकार ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के पहले दस महीने अप्रैल-जनवरी के दौरान अप्रत्यक्ष कर वसूली में 23.9 प्रतिशत और प्रत्यक्ष कर में 10.79 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस दौरान कुल कर राजस्व प्राप्तियां 12.85 लाख करोड़ रुपये रही है जो इस वर्ष के बजट अनुमान का […]

नयी दिल्ली : सरकार ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के पहले दस महीने अप्रैल-जनवरी के दौरान अप्रत्यक्ष कर वसूली में 23.9 प्रतिशत और प्रत्यक्ष कर में 10.79 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस दौरान कुल कर राजस्व प्राप्तियां 12.85 लाख करोड़ रुपये रही है जो इस वर्ष के बजट अनुमान का 76 प्रतिशत है. बजट में वर्ष 2016-17 में कुल कर राजस्व प्राप्तियां 16.99 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.
नोटबंदी की वजह से कारोबार में सुस्ती और कर वसूली में गिरावट आने की आशंकाओं के विपरीत जनवरी में अप्रत्यक्ष कर वसूली में वृद्धि 16.9 प्रतिशत रही. इसमें उत्पाद शुल्क प्राप्ति का बड़ा योगदान है. इससे विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियां बेहतर होने की झलक मिलती है.
अप्रैल-जनवरी 2016-17 में कुल प्रत्यक्ष कर वसूली 5.82 लाख करोड़ रुपये और अप्रत्यक्ष कर वसूली 7.03 लाख करोड़ रुपये रही. इसमें क्रमश: व्यक्तिगत आयकर और उत्पाद शुल्क वसूली में बढोतरी का विशेष योगदान है. इस दौरान कंपनी कर प्राप्ति 11.7 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर की वसूली में 21 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी.
रिफंड राशि का समायोजन करने के बाद कार्पोरेट कर वसूली में मात्र 2.9 प्रतिशत वृद्धि रही जबकि व्यक्तिगत आयकर की वसूली एक साल पहले की तुलना में 23.1 प्रतिशत अधिक रही. अप्रैल से जनवरी के दौरान कुल मिलाकर 1.41 लाख करोड़ रुपये का आयकर रिफंड जारी किया गया. रिफंड की यह राशि पिछले साल के मुकाबले 41 प्रतिशत अधिक है.
अप्रत्यक्ष करों में विनिर्माण गतिविधियों की स्थिति का संकेत देने वाले उत्पाद शुल्क में 40.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी. अप्रैल-जनवरी 2016-17 में उत्पाद शुल्क प्राप्ति 3.13 लाख करोड़ रुपये रही. इस दौरान सेवाकर प्राप्ति 22 प्रतिशत बढ़कर 2.03 लाख करोड़ रुपये रही. दस माह की अवधि में सीमा शुल्क प्राप्ति 4.7 प्रतिशत बढ़कर 1.86 लाख करोड़ रुपये रही.
इक्रा की प्रधान अर्थशास्त्री आदिति नायर ने कहा कि कर वसूली वृद्धि अच्छी रही है लेकिन जनवरी महीने में उत्पाद शुल्क और सेवाकर प्राप्ति के विस्तार की गति दिसंबर 2016 में समाप्त नौ माह के मुकाबले धीमी पड़ी है. नायर ने कहा, ‘हालांकि, वित्त वर्ष 2017 के सरकार के अप्रत्यक्ष कर वसूली के संशोधित अनुमानों को हासिल कर लिया जायेगा.’
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