मुनाफा कमाने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की बड़ी व मझोली कंपनियां होंगी सूचीबद्ध
नयी दिल्ली : सरकार मुनाफा कमा रही बड़ी व मझौली सार्वजनिक कंपनियों (पीएसयू) द्वारा आईपीओ लाने व शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए कड़ी समयसीमा तय करना चाहती है. उल्लेखनीय है कि बीते आठ साल में केवल छह पीएसयू ही सूचीबद्ध करायी जा सकी हैं. निवेश व लोक आस्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव […]
नयी दिल्ली : सरकार मुनाफा कमा रही बड़ी व मझौली सार्वजनिक कंपनियों (पीएसयू) द्वारा आईपीओ लाने व शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए कड़ी समयसीमा तय करना चाहती है. उल्लेखनीय है कि बीते आठ साल में केवल छह पीएसयू ही सूचीबद्ध करायी जा सकी हैं.
निवेश व लोक आस्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव नीरज गुप्ता ने कहा कि सरकार मुनाफा कमा रही सभी केंद्रीय सार्वजनिक कंपनियों (सीपीएसई) की सूचीबद्धता को लेकर अपने रुख को लेकर पूरी तरह स्पष्ट है. उन्होंने कहा कि इन कंपनियों में ऊंची पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए यह जरूरी है. सचिव ने कहा कि सीपीएसई को इस दिशा में तैयारी करते हुए तीन साल के लिए खातों का अंकेक्षण व पूर्ण गठित बोर्ड जैसे काम पूरे कर लेने चाहिए.
हालांकि, गुप्ता ने इन कंपनियों की सूचीबद्धता के बारे में कोई समयसीमा का जिक्र नहीं किया, लेकिन एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस प्रक्रिया में दो-तीन या ज्यादा से ज्यादा तीन साल से अधिक समय नहीं लगना चाहिए. दीपम के सचिव ने कहा कि आम बजट 2017-18 में सीपीएसई की सूचीबद्ध पर स्पष्ट जोर व निर्देश है.
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