अगले सीजन में 3.3 करोड़ टन गेहूं की खरीद करेगी सरकार
नयी दिल्ली : सरकार ने आगामी पहली अप्रैल से शुरू हो रहे विपणन वर्ष में 3.3 करोड़ टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है. भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने चालू विपणन सत्र में करीब 2.3 करोड़ टन गेहूं की खरीद की है. खाद्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में कहा […]
नयी दिल्ली : सरकार ने आगामी पहली अप्रैल से शुरू हो रहे विपणन वर्ष में 3.3 करोड़ टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है. भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने चालू विपणन सत्र में करीब 2.3 करोड़ टन गेहूं की खरीद की है. खाद्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि वर्ष 2017-18 के लिए गेहूं खरीद का यह लक्ष्य खाद्य सचिव प्रीति सूदन की अध्यक्षता में राज्यों के खाद्य सचिवों की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया. पंजाब में गेहूं की खरीद 1.15 टन रखने का लक्ष्य है. मध्य प्रदेश में 85 लाख टन, हरियाणा में 75 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 30 लाख टन और राजस्थान में 17 लाख टन गेहूं की खरीद की जायेगी.
दलहनों के भंडार के प्रबंधन के लिए नियुक्त की जायेंगी पेशेवर एजेंसियां
उधर, खबर यह भी है कि सरकार दालों की बढ़ती कीमतों में अत्यधिक उछाल पर अंकुश लगाने के उद्येश्य से स्थापित किये एक दलहनों के सरकारी बफर स्टॉक के अच्छे ढंग से प्रबंधन के लिए एक पेशेवर एजेंसी नियुक्त करने की तैयारी में है. इसके लिए उसने एक सलाहकार फर्म को अनुबंधित किया है, जो उसे ऐसी एजेंसी की सेवाएं लेने के संबंध में सुझाव देगी.
सरकार ने नियुक्त किया है सलाहकार
उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडे ने कहा कि हमने इस मामले में एक सलाहकार नियुक्त किया है, जो हमें इस पर परामर्श देगा. यदि यह हम खुद ही यह काम करते हैं, तो इसमें बहुत समय लगेगा. सलाहकार इसे देख कर हमें सलाह देगा. उन्होंने कहा कि यह एक सार्वजनिक-निजी एजेंसी हो सकती है, पर इसका निर्णय मूल्य स्थिरीकरण कोष प्रबंधन समिति करेगी.
20 लाख टन के दलहनों का भंडार बनाने का लक्ष्य
सरकार के दलहनों का 20 लाख टन का भंडार बनाने का लक्ष्य रखा है. इस योजना के तहत अब तक 10 लाख टन का स्टॉक बनाया जा चुका है. इसके लिए घरेलू और विदेशी बाजारों से दलहनों की खरीद की जा रही है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.