नयी दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक एफडीआई प्रस्तावों को मंजूरी के लिये मंत्रालयों के लिए मानक प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर सकता है. सरकार ने एफआईपीबी को समाप्त करने का निर्णय किया है और इसके बाद अब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रस्तावों पर निर्णय संबंधित मंत्रालय ही करेंगे. संवेदनशील क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मंजूरी के लिये नियम स्थापित करने के प्रस्ताव पर हाल में अंतर-मंत्रालयी बैठक में चर्चा हुई. फिलहाल यह सरकार की मंजूरी के अंतर्गत आता है.
सूत्रों के अनुसार बैठक में कई विकल्पों पर चर्चा हुई. व्यापार सुगमता में और सुधार लाने के लिये सरकार ने विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड समाप्त करने और विदेशी निवेश प्रस्तावों की शीघ्रता से मंजूरी के लिये एक नयी व्यवस्था गठित करने का निर्णय किया है. एफआईपीबी को समाप्त करने पर एफडीआई प्रस्तावों को मंजूरी अब मंत्रालय और संबंधित नियामकीय प्राधिकरण के पाले में होगी. सूत्रों के अनुसार अंतर-मंत्रालयी समिति ने एफडीआई प्रस्तावों को मंजूरी के साथ लाइसेंस देने की संभावना पर भी चर्चा की.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.