मुंबई : गुरुवार को जब निफ्टी 52 हफ्तों की बढ़त के साथ खुला तो उम्मीद लगायी जा रही थी कि वह 9000 के स्तर को पार कर जायेगा, लेकिन पूरे दिन भर के कारोबार में उसे निराशा ही हाथ लगी और एक बार फिर वह नौ हजारी होने से चूक गया. ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली हावी हुई और घरेलू बाजारों ने सारी बढ़त ही गंवा दी. दिन के ऊपरी स्तरों से निफ्टी ने 90 अंकों से ज्यादा की तेजी गंवाई है, जबकि सेंसेक्स की 300 अंकों से ज्यादा की मजबूती टूट गयी. कारोबार में निफ्टी 8992.5 तक जाने में कामयाब रहा, जबकि सेंसेक्स ने 29145.62 तक पहुंचा. हालांकि, अंत में निफ्टी 8900 के बेहद करीब पहुंचकर बंद हुआ है, जबकि सेंसेक्स 28850 के नीचे बंद हुआ. सेंसेक्स और निफ्टी में 0.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी.
गुरुवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 145 अंक यानी 0.5 फीसदी की गिरावट के साथ 28,840 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 46 अंक यानी 0.5 फीसदी की कमजोरी के साथ 8,900 के स्तर पर बंद हुआ. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में जोरदार बिकवाली देखने को मिली. बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.4 फीसदी गिरकर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में भी 1.5 फीसदी की कमजोरी आयी है. बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 1.3 फीसदी टूटकर बंद हुआ.
बैंकिंग, एफएमसीजी, फार्मा, रियल्टी, पावर और ऑयल एंड गैस शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली दिखी. बैंक निफ्टी 1.1 फीसदी गिरकर 20,560 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी के पीएसयू बैंक सूचकांक में 1.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी. निफ्टी के एफएमसीजी सूचकांक में 1 फीसदी और फार्मा सूचकांक में 1.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी. बीएसई के पावर सूचकांक में 1.9 फीसदी, रियल्टी सूचकांक में 4.3 फीसदी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.4 फीसदी की कमजोरी आयी है. हालांकि, ऑटो शेयरों में थोड़ी खरीदारी जरूर दिखी.
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