सरकार ने लघु बचत योजनाओं पर की ब्याज दरों में 0.1 फीसदी की कटौती, कल से नया नियम हो जायेगा लागू
नयी दिल्ली : सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ), किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 0.1 फीसदी की कटौती की है. यह कटौती वित्त वर्ष 2017-18 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए की गयी है. इससे बैंक जमा दरों में कटौती कर सकते हैं. जनवरी-मार्च तिमाही के […]
नयी दिल्ली : सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ), किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 0.1 फीसदी की कटौती की है. यह कटौती वित्त वर्ष 2017-18 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए की गयी है. इससे बैंक जमा दरों में कटौती कर सकते हैं. जनवरी-मार्च तिमाही के मुकाबले अप्रैल-जून अवधि के लिए इन बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 0.1 फीसदी की कटौती की गयी है. हालांकि, बचत जमा पर सालाना चार फीसदी ब्याज दर को बरकरार रखा गया है. पिछले साल अप्रैल से लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में तिमाही आधार पर ब्याज दर में बदलाव किया जा रहा है.
वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, पीपीएफ में निवेश पर अब सालाना 7.9 फीसदी ब्याज मिलेगा. पांच साल की राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र पर ब्याज दर इतनी ही होगी. फिलहाल, इन दोनों योजनाओं पर ब्याज दर आठ फीसदी है. किसान विकास पत्र (केवीपी) में निवेश पर 7.6 फीसदी ब्याज मिलेगा और यह 112 महीने में परिपक्व होगा.
बालिकाओं के लिए शुरू की गयी सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर सालाना 8.4 फीसदी होगी, जो फिलहाल 8.5 फीसदी है. वरिष्ठ नागरिक बचत जमा योजना पर भी ब्याज दर 8.4 फीसदी होगी. वरिष्ठ नागरिक बचत जमा योजना पर ब्याज तिमाही आधार पर दिया जाता है. एक से पांच साल की मियादी जमा पर ब्याज दर 6.9 से 7.7 फीसदी होगी और इसका भुगतान तिमाही आधार पर होगा. रेकरिंग जमा (आरडी) पर ब्याज दर 7.2 फीसदी होगी.
मंत्रालय ने 2016-17 की चौथी तिमाही के लिए ब्याज दरों को अधिसूचित करते हुए कहा कि सरकार के निर्णय के आधार पर लघु बचत जमा योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जाता है. नयी दरें एक अप्रैल से प्रभावी होंगी. सरकार के इस कदम से बैंक लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज के आधार पर जमा दर में कमी कर सकते हैं.
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