खुशखबरी! अब आपको डीजल-पेट्रोल के लिए नहीं लगानी पड़ेगी लाइन, अब जल्द पहुंचेगा आपके दरवाजे
नयी दिल्ली : देश में पेट्रोल-डीजल की खरीद करने वाले उपभोक्ताओं के लिए एक खुशखबरी है और वह यह कि जिन लोगों के पास छोटी-बड़ी गाड़ियां है, सरकार उनके दरवाजे तक पेट्रोल-डीजल पहुंचाने के इंतजाम में जुट गयी है. शुक्रवार को पेट्रोलियम मंत्रालय ने ट्वीट करके इस बात का संकेत दिया है, जिसमें कहा गया […]
नयी दिल्ली : देश में पेट्रोल-डीजल की खरीद करने वाले उपभोक्ताओं के लिए एक खुशखबरी है और वह यह कि जिन लोगों के पास छोटी-बड़ी गाड़ियां है, सरकार उनके दरवाजे तक पेट्रोल-डीजल पहुंचाने के इंतजाम में जुट गयी है. शुक्रवार को पेट्रोलियम मंत्रालय ने ट्वीट करके इस बात का संकेत दिया है, जिसमें कहा गया है कि प्री-बुकिंग के आधार पर आप जल्द ही अपने दरवाजे पर पेट्रोल और डीजल की डिलीवरी कर पायेंगे. अपने ट्वीट्स में पेट्रोलियम मंत्रालय ने कहा है कि प्री-बुकिंग के आधार पर उपभोक्ताओं को पेट्रोलियम पदार्थ की डिलीवरी विकल्प के तौर पर उपलब्ध कराये जायेंगे. मंत्रालय ने कहा है कि यह उपभोक्ताओं को लंबी कतारों में अधिक समय व्यतीत करने से बचायेगा.
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गौरतलब है कि देश में करीब 3.5 करोड़ ऐसे उपभोक्ता हैं, जो अपने वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए प्रति दिन फिलिंग स्टेशनों का चक्कर लगाते हैं. इससे सरकार को सालाना करीब 2,500 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति होती है. इस समय सरकार की ओर से देश में सरकार और पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से केवल एलपीजी गैस ही लोगों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है, जबकि अन्य पेट्रोलियम पदार्थों की खरीद करने के लिए लोगों को अब भी खुदरा आउटलेट्स या पेट्रोल पंपों तक चक्कर लगाना ही पड़ता है.
सबसे बड़ी बात यह है कि पेट्रोलियम पदार्थ के उपभोक्ताओं के मामले में दुनिया भर में तीसरे स्थान पर रहने वाले भारत में आगामी एक मई से दैनिक आधार पर पेट्रोल-डीजल के दामों की समीक्षा की जायेगी और उसी के हिसाब से इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा. सरकार की ओर से देश के पेट्रोलियम पदार्थों के उपभोक्ताओं को एलपीजी गैस की तरह डीजल-पेट्रोल की डिलीवरी उनके दरवाजे तक कराने की योजना बनाने का संकेत उस समय दिया गया है, जब बीते दिनों देश के आठ राज्यों के डीलरों ने अपने-अपने राज्यों में रविवार को पेट्रोल पंप बंद करने का ऐलान किया है. डीलरों की इस ऐलान के बाद सरकार ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा था कि रविवार को पेट्रोल पंपों को बंद करने से उपभोक्ताओं को परेशनी होगी और डीलरों की यह घोषणा सही नहीं है.
उधर दूसरी ओर, पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के लोगों का यह कहना था कि उन्होंने मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पर्यावरण बचाने के लिए तेल की खपत करने के आह्वान के बाद ही रविवार को पेट्रोल पंप बंद करने का फैसला किया है. हालांकि, ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने यह कहा है कि जिन आठ राज्यों के डीलरों ने रविवार को बंद का ऐलान किया है, उस बंद में 53, 224 पेट्रोल पंपों में से करीब 80 फीसदी सार्वजनिक क्षेत्र के पेट्रोल पंप भाग नहीं लेंगे.
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