अब लड़ाकू विमान बनायेगी निजी कंपनियां

नयी दिल्ली: सीआईआई ने आज कहा कि रक्षा क्षेत्र को बढावा देने की नीति से निजी कंपनियों की रक्षा एवं एयरोस्पेस क्षेत्र में अधिक भागीदारी एवं निवेश सुनिश्चित होगी.रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीसीए) ने आज इस बहुप्रतीक्षित नीति को अंतिम रूप दिया जिसके तहत भारत में पनडुब्बियों और लडाकू विमानों जैसे सैन्य प्लेटफार्मों के निर्माण के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2017 7:41 AM

नयी दिल्ली: सीआईआई ने आज कहा कि रक्षा क्षेत्र को बढावा देने की नीति से निजी कंपनियों की रक्षा एवं एयरोस्पेस क्षेत्र में अधिक भागीदारी एवं निवेश सुनिश्चित होगी.रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीसीए) ने आज इस बहुप्रतीक्षित नीति को अंतिम रूप दिया जिसके तहत भारत में पनडुब्बियों और लडाकू विमानों जैसे सैन्य प्लेटफार्मों के निर्माण के लिए विदेशी प्रतिष्ठानों के साथ भागीदारी में चुनिंदा निजी फर्मों को शामिल किया जाएगा भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने एक बयान में कहा, ‘‘सीआईआई रक्षा विनिर्माण में भारतीय निजी क्षेत्र के साथ दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी की नीति को अंतिम रुप देने के लिए रक्षा मंत्री अरुण जेटली को बधाई देता है. ‘

सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि यह रक्षा मंत्रालय की रक्षा खरीद प्रक्रिया में एक ऐतिहासिक सुधार है जिससे रक्षा एवं एयरोस्पेस क्षेत्र में निजी क्षेत्र की व्यापक भागीदारी एवं निवेश बढेगी. सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की कंपनियों की संयुक्त ताकत का इस्तेमाल दृढ घरेलू रक्षा औद्योगिक आधार तैयार करने में किया जा सकता है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version