Wheat Price : देश में आटे की बढ़ती कीमत के बीच एक अच्छी खबर सामने आयी है. जी हां… चालू रबी सत्र में अभी तक गेहूं बुवाई का रकबा 0.37 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 341.85 लाख हेक्टेयर हो गया है. आंकड़ों से पता चलता है कि राजस्थान, महाराष्ट्र और बिहार में खेती के रकबे में अच्छी वृद्धि दर्ज की गयी है. कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बाबत जानकारी दी है. उनके अनुसार, उत्तर भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में गेहूं के रकबे में लगभग 5-6 लाख हेक्टेयर वृद्धि होने की उम्मीद है.
अधिकारी ने जानकारी दी कि ‘गेहूं की फसल की स्थिति अभी अच्छी है. एक या दो दिन में बारिश का एक दौर पौधों की वृद्धि को और बढ़ावा देगा. मुख्य रबी (सर्दियों) की फसल, गेहूं की बुवाई अक्टूबर में शुरू होती है, जबकि कटाई मार्च/अप्रैल में शुरू होती है. कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 27 जनवरी तक 341.85 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह रकबा 340.56 लाख हेक्टेयर था.
गेहूं बुवाई में किन राज्यों में वृद्धि हुई
गेहूं बुवाई के रकबे में जिन राज्यों में वृद्धि हुई है, वे राजस्थान (2.52 लाख हेक्टेयर), महाराष्ट्र (1.28 लाख हेक्टेयर), बिहार (1.28 लाख हेक्टेयर), छत्तीसगढ़ (0.52 लाख हेक्टेयर), गुजरात (0.44 लाख हेक्टेयर), उत्तर प्रदेश (0.22 लाख हेक्टेयर), जम्मू-कश्मीर (0.08 लाख हेक्टेयर) और असम (0.03 लाख हेक्टेयर) हैं. धान के मामले में, इस रबी सत्र में अब तक रकबा बढ़कर 33.49 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो एक साल पहले की अवधि में 23.64 लाख हेक्टेयर था. इससे खरीफ सत्र में चावल के उत्पादन में अनुमानित नुकसान की भरपाई हो जाएगी.
दलहन की बुवाई का रकबा मामूली बढा
इस रबी सत्र में अब तक दलहन की बुवाई का रकबा मामूली बढ़कर 165.35 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो एक साल पहले की अवधि में 164.51 लाख हेक्टेयर था. जिसमें से चने का रकबा उक्त अवधि में पहले के 112.89 लाख हेक्टेयर की तुलना में मामूली गिरावट के साथ 111.35 लाख हेक्टेयर है. मोटे अनाज का रकबा 49.57 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 51.90 लाख हेक्टेयर हो गया. तिलहन के मामले में, रबी सत्र में अब तक कुल रकबा बढ़कर 108.34 लाख हेक्टेयर हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 100.50 लाख हेक्टेयर था. इसमें से 108.34 लाख हेक्टेयर के अधिक रकबे में तोरिया और सरसों की खेती की गयी है.
आंकड़ों से पता चलता है कि चालू रबी सत्र में अब तक सभी रबी फसलों का कुल क्षेत्रफल पहले के 678.78 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 700.92 लाख हेक्टेयर हो गया है.
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