Adani Group: गौतम अदाणी के लिए ये साल काफी हलचल से भरा रहा है. एक तरफ कंपनी को हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के कारण बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. वहीं, नुकसान की भरपाई करने के बाद से कंपनी लगातार बड़े-बड़े निवेश कर रही है. अब बताया जा रहा है कि अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने उद्योगपति गौतम अदाणी समूह की दो कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. हालांकि, डील की खबर शेयर बाजार तक पहुंचने के बाद भी, ग्रुप के शेयरों में कुछ खास एक्शन देखने को नहीं मिला. सुबह 10 बजे के करीब 1.08 प्रतिशत के नुकसान के साथ 2,448.60 पर कारोबार कर रहा था. बता दें कि आईएचसी अदाणी समूह में निवेश करने वाले शुरुआती चर्चित निवेशकों में से है. नियामकीय सूचना में आईएचसी ने कहा कि उसने एक खरीदार के साथ अदाणी ग्रीन एनर्जी लि. और अदाणी ट्रांसमिशन लि. में अपना एफडीआई निवेश बेचने को लेकर पक्का समझौता किया है. हालांकि, आईएचसी ने खरीदार के नाम का खुलासा नहीं किया है.
50 करोड़ डॉलर का किया निवेश
आईएचसी ने अप्रैल, 2022 में अदाणी ग्रीन एनर्जी और बिजली कंपनी अदाणी ट्रांसमिशन में 50-50 करोड़ डॉलर और समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज में एक अरब डॉलर का निवेश किया था. उस समय आईएचसी के मुख्य कार्यकारी सैयद बसर शुएब ने कहा कि वह अदाणी की कंपनियों में भारत में दीर्घावधि के लिए निवेश कर रहे हैं. आईएचसी ने कहा है कि वह अदाणी की कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कुल पोर्टफोलियो को पुन: संतुलित करने की रणनीति के तहत बेच रही है. हालांकि, उसने अदाणी एंटरप्राइजेज में निवेश पर कुछ नहीं कहा है.
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अदाणी पोर्ट्स 19.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के अन्य बॉन्ड खरीदेगी वापस
अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) 19.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के अन्य बॉन्ड वापस खरीदेगी. अमेरिकी वित्तीय शोध एवं निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के गड़बड़ी व धोखाधड़ी के आरोप लगाने के बाद गौतम अदाणी का समूह निवेशकों के बीच विश्वास बढ़ाने की कोशिश में जुटा है और यह कदम उसी का हिस्सा है. एपीएसईजेड ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि वह अपने नकदी भंडार का इस्तेमाल करके 2024 में देय 19.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के बॉन्ड वापस खरीदेगी. बयान के अनुसार, कंपनी के निदेशक मंडल ने इसकी मंजूरी दे दी है. कंपनी को कुल 52 करोड़ डॉलर का भुगतान करना था, जिसमें से वह कुल बकाया का 30 प्रतिशत यानी 19.5 करोड़ डॉलर का भुगतान कर रही है. इसके बाद अब 32.5 करोड़ डॉलर बकाया रह जाएंगे. पुन:खरीद के लिए निविदा 26 अक्टूबर तक खुली रहेगी. मई में कंपनी ने 13 करोड़ डॉलर के बॉन्ड की पुन: खरीद की थी, जिससे बकाया राशि 65 करोड़ डॉलर से घटकर 52 करोड़ डॉलर हो गई थी. हिंडनबर्ग ने अदाणी समूह पर बही-खातों में धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था. इसके बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई थी. हालांकि कंपनी ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है.
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