Indian Railway News: ट्रेनों में खत्म होगा एसी-3 इकोनॉमी क्लास, भारतीय रेलवे लेने जा रहा है बड़ा फैसला
Indian Railway News: भारतीय रेलवे ने एसी इकोनॉमी (3ई) कैटेगरी को खत्म करने का फैसला किया है. भारतीय रेलवे की ओर से थर्ड एसी की तरह AC-3 इकोनॉमी कोच को शुरू करने का मकसद था कम कीमत में आरामदायक और सुविधायुक्त सफर.
Indian Railway News: भारतीय रेलवे की ओर से बड़ा फैसला किया जा रहा है. दरअसल, भारतीय रेलवे ने एसी इकोनॉमी (3ई) कैटेगरी को खत्म करने का फैसला किया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस नई कैटेगरी को पेश करने के 14 महीने बाद भारतीय रेलवे ट्रेनों में एसी इकोनॉमी (3ई) क्लास को खत्म करने का फैसला किया है.
2021 में शुरू हुई था AC-3 इकोनॉमी कोच: रेलवे के इस फैसले के बाद अब 3 (ई) क्लास को एसी-3 में मिला दिया जाएगा. बता दें, इस बोगी को आधिकारिक तौर पर 3 (ए) कहा जाता है. एसी-3 टियर का किराये में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा, इसका शुल्क वही रहेगा. रेलवे ने सितंबर 2021 में 3 (ई) को क्लास के तौर पर शुरू करते हुए ऐलान किया था. उस समय रेलवे ने कहा था कि नए शुरू किए गए कोचों में किराया सामान्य एसी-3 कोच से 6 से 8 फीसदी कम होगा.
AC-3 इकोनॉमी कोच में ये सुविधाएं हैं: भारतीय रेलवे की ओर से थर्ड एसी की तरह AC-3 इकोनॉमी कोच को शुरू करने का मकसद था कम कीमत में आरामदायक और सुविधायुक्त सफर. इन कोचों में मोबाइल फोन और मैगजीन होल्डर समेत फायर सेफ्टी के लिए भी आधुनिक सुविधाएं मौजूद होती है. इसके अलावा कोच में निजी तौर पर पढ़ने के लिए लाईट, एसी वेंट, यूएसबी पॉइंट, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध रहती है.
जानें दोनों कोच में क्या है अंतर: AC 3 इकोनॉमी (3ई) और AC 3 टियर (3ए) साधारण रूप से कोई खास अंतर नहीं है. लेकिन कुछ मामलों में AC 3 इकोनॉमी (3ई) AC 3 टियर (3 ए) से अलग है. अंतर की बात करें तो दोनों कोच में सबसे बड़ी अंतर सीटों का है. AC 3 टियर के मुकाबले AC 3 इकोनॉमी में सीटों की संख्या काफी ज्यादा है. एसी AC 3 टियर (3ए) में बर्थों की संख्या 72 है, जबकि, AC 3 (3ई) में बर्तों की संख्या 83 है.
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