Loading election data...

अडानी ग्रुप के शेयरों से रिटेल निवेशकों ने बनाई दूरी? रिपोर्ट में सामने आई ये जानकारी

हिंडनबर्ग की तरफ से लगाए गए आरोपों के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट आई है. हालांकि, गौतम अडाणी के ग्रुप ने रविवार को शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के लगाए गए गंभीर आरोपों को भारत, उसके संस्थानों और विकास पर सुनियोजित हमला बताया है.

By Samir Kumar | January 31, 2023 5:39 PM

Gautam Adani: अमेरिका स्थित इनवेस्टमेंट रिसर्च फर्म और शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की तरफ से लगाए गए आरोपों के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट आई है. हालांकि, हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप ने अपना जवाब दे दिया है. गौतम अडाणी के ग्रुप ने रविवार को शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के लगाए गए गंभीर आरोपों को भारत, उसके संस्थानों और विकास पर सुनियोजित हमला बताया है. साथ ही ग्रुप ने कहा कि आरोप झूठ के अलावा कुछ नहीं है.

अडानी ग्रुप के ज्यादातर शेयरों में गिरावट जारी

बताते चलें कि आज में अदानी इंटरप्राइजेज के शेयर में 2 फीसदी तेजी रही और यह 2948 रुपये पर बंद हुआ. जबकि, सोमवार को यह 2893 रुपये पर बंद हुआ था. आज शेयर के लिए 3074 रुपये हाई रहा तो 2906 रुपये आज का लो. हालांकि आज भी अडानी ग्रुप की ज्‍यादातर कंपनियों में गिरावट देखने को मिली है. भारतीय अरबपति गौतम अडानी की 2.5 बिलियन डॉलर की शेयर बिक्री मंगलवार को पूर्ण सदस्यता के करीब पहुंच गई, क्योंकि निवेशकों ने उनके समूह के लिए एक उथल-पुथल भरे सप्ताह के बाद फंड में पंप किया है, जिसमें इसके शेयरों को शॉर्ट-सेलर रिपोर्ट द्वारा निवेश के लिहाज से खराब बताया गया था. भारतीय स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों से पता चलता है कि मंगलवार को अदानी एंटरप्राइजेज की सेकेंडरी शेयर बिक्री के लिए 85 फीसदी सब्सक्राइब किया गया था. शेयर बिक्री से गुजरने के लिए कम से कम 90 फीसदी सदस्यता की आवश्यकता होती है. सोमवार तक देश की सबसे बड़ी शेयर बिक्री की बुक बिल्डिंग प्रक्रिया को बोलियों में केवल 3 फीसदी प्राप्त हुआ था.

निवेशकों के लिए ग्रुप ने कही ये बात

अडानी के लिए शेयर की बिक्री महत्वपूर्ण है, सिर्फ इसलिए नहीं कि यह भारत की सबसे बड़ी अनुवर्ती पेशकश है और कर्ज में कटौती करने में मदद करेगी, बल्कि इसलिए भी कि इसकी सफलता को निवेशकों द्वारा विश्वास की मुहर के रूप में देखा जाएगा. बता दें कि अडानी ग्रुप वर्तमान में अपनी सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक का सामना कर रहा है. बढ़ती चिंताओं के बीच अडानी ग्रुप ने हाल के दिनों में बार-बार कहा था कि निवेशक उसके पक्ष में खड़े हैं.

फंड पंप करेगा ग्रुप?

अडानी की शेयर बिक्री के लिए समर्थन तब भी आया, जब प्रमुख के शेयर 3,002 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जो लगभग 4 फीसदी ऊपर, लेकिन 3112 रुपये के शेयर बिक्री मूल्य बैंड के निचले सिरे से नीचे था. सूत्रों के अनुसार, सप्ताहांत में और सोमवार के माध्यम से अडानी की फर्म ने सब्सक्रिप्शन आकर्षित करने के लिए निवेश बैंकरों और संस्थागत निवेशकों के साथ व्यापक चर्चा की. आंकड़ों से पता चलता है कि मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों के साथ-साथ 10 लाख रुपये से अधिक की बोली लगाने वाले कॉरपोरेट्स की ओर से मांग आई थी. अबू धाबी समूह इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने कहा है कि वह इस मुद्दे में $400 मिलियन का निवेश करेगी. बता दें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट और इसके नतीजों ने वैश्विक ध्यान खींचा है. अडानी अब दुनिया के आठवें सबसे अमीर व्यक्ति हैं, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद पिछले हफ्ते फोर्ब्स की अमीरों की सूची में तीसरी रैंकिंग से नीचे आ गए है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version