S&P Global Ratings: देश की सबसे अमीर शख्सीयत गौतम अडाणी के स्वामित्व वाले अडाणी ग्रुप की कंपनियां अधिग्रहण के जरिये तेजी से विस्तार कर रही हैं. इनका बुनियादी ढांचा फंडामेंटल बहुत मजबूत हैं लेकिन कर्ज के जरिये कंपनियों के अधिग्रहण के चलते इसकी रेटिंग पर नकारात्मक असर दिख सकता है.
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा है कि अडाणी समूह के पास काफी ठोस बुनियादी ढांचा है, लेकिन ऋण लेकर अधिग्रहण करने से उसकी रेटिंग पर दबाव पड़ सकता है. गौरतलब है कि भारत के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले कारोबारी समूह ने अधिग्रहण के जरिये तेजी से वृद्धि की है.
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अडाणी समूह ने 1988 में एक जिंस कारोबारी के रूप में शुरुआत की थी और आज उसके कारोबारी साम्राज्य में खदान, बंदरगाह और बिजली संयंत्रों से लेकर हवाईअड्डे, डेटा केंद्र और रक्षा क्षेत्र शामिल हैं.
समूह ने हाल में होल्सिम की भारतीय इकाइयों का 10.5 अरब अमेरिकी डॉलर में अधिग्रहण कर सीमेंट क्षेत्र में प्रवेश किया. समूह एक एल्युमीनियम कारखाना स्थापित करने की संभावनाएं भी तलाश रहा है. इस विस्तार के लिए ज्यादातर वित्तपोषण कर्ज के जरिये आया.
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक (अवसंरचना रेटिंग्स) अभिषेक डांगरा ने कहा कि समूह की ज्यादातर इकाइयों में वृद्धि की महत्वाकांक्षा काफी अधिक है और ऐसा कई इकाइयों के अधिग्रहण के जरिये किया गया.
डांगरा ने एक वेबगोष्ठी में कहा, अगर आप अडाणी पोर्ट्स जैसी कंपनियों को देखें, तो उनका व्यवसाय मौलिक रूप से ठोस है. बंदरगाह व्यवसाय स्वस्थ नकदी प्रवाह दे रहा है. हालांकि, समूह कुछ ऐसे अधिग्रहण कर रहा है, जहां जोखिम हो सकते हैं. हाल के कुछ अधिग्रहण काफी हद तक ऋण द्वारा वित्तपोषित हैं. उन्होंने कहा कि यदि समूह ने मौजूदा रफ्तार से ही भविष्य में अधिग्रहण जारी रखा, तो उसकी रेटिंग पर दबाव पड़ सकता है. (इनपुट : भाषा)
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