नई दिल्ली : भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में शुमार गौतम अडाणी को आर्थिक मोर्चे पर बड़ा नुकसान हुआ है. समाचार एजेंसी भाषा की खबर के अनुसार, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) का दिसंबर, 2022 में समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 12.94 फीसदी घटकर 1,336.51 करोड़ रुपये पर आ गया. देश की सबसे बड़ी एकीकृत लॉजिस्टिक्स कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,535.28 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था.
शेयर बाजारों को दी सूचना में एपीएसईजेड ने कहा कि तीसरी तिमाही के दौरान उसकी एकीकृत कुल आय बढ़कर 5,051.17 करोड़ रुपये हो गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 4,713.37 करोड़ रुपये थी. अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 3,507.18 करोड़ रुपये हो गया. एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 2,924.30 करोड़ रुपये रहा था.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बाजार में स्थिरता की वजह से मंगलवार की सुबह के कारोबार में अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज, ग्रेविटा, ट्राई टर्बाइन, अदाणी ट्रांसमिशन, और बीएसएल इंटरनेशलन सर्विसेज के शेयरों में बढ़त देखी गई. अदाणी ग्रुप की फर्मों में अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर मंगलवार की सुबह 21.20 रुपये या 1.53 फीसदी की तेजी के साथ 1,593.70 रुपये के स्तर पर पहुंच गए, जबकि अदाणी पोर्ट्स का शेयर 4.50 रुपये या फिर 0.83 फीसदी बढ़कर 549.80 रुपये पर पहुंच गया. अदाणी विल्मर का शेयर 14.40 रुपये या 3.79 फीसदी की तेजी के साथ 393.60 रुपये पर पहुंच गया. वहीं, अदाणी ट्रांसमिशन का शेयर 62.80 रुपये या 5 फीसदी की तेजी के साथ 1,319.25 रुपये पर पहुंच गया.
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बता दें कि अमेरिकी शॉट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से 24 जनवरी को जारी रिपोर्ट में शेयरों में दशकों से हेराफेरी और लेखा धोखाधड़ी के आरोप के बाद से अदाणी ग्रुप के फर्मों के शेयरों में गिरावट का रुख जारी है. उधर, रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से ही देश की राजनीति में बवाल मचा हुआ है. विपक्ष इस मसले पर संसद में चर्चा को लेकर हंगामा खड़ा किया हुआ है.
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