अडाणी ग्रुप की कंपनियों का घाटा 50 अरब डॉलर तक कमाई घटी, एशिया का सबसे अमीर आदमी पर बढ़ा दबाव
बाजार पूंजीकरण में तेजी से हो रही गिरावट की वजह से एशिया के सबसे बड़े अमीर व्यक्ति पर दबाव बढ़ गया है. इसका कारण यह बताया जा रहा है कि गौतम अडाणी की अडाणी एंटरप्राइजेज का प्राथमिक अनुवर्ती सार्वजनिक पेशकश (एफपीओ) जल्द ही आने वाली है.
नई दिल्ली : अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडाणी के अडाणी ग्रुप की कंपनियों को बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में करीब 50 बिलियन डॉलर तक नुकसान उठाना पड़ा है. अडाणी ग्रुप की सात सूचीबद्ध कंपनियों को संयुक्त रूप से बाजार पूंजीकरण में बुधवार तक करीब 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद इन कंपनियों के शेयरों की बिकवाली बढ़ने से इनके बाजार पूंजीकरण में तेजी से गिरावट दर्ज की गई.
अडाणी एंटरप्राइजेज का एफपीओ प्रभावित
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, बाजार पूंजीकरण में तेजी से हो रही गिरावट की वजह से एशिया के सबसे बड़े अमीर व्यक्ति पर दबाव बढ़ गया है. इसका कारण यह बताया जा रहा है कि गौतम अडाणी की अडाणी एंटरप्राइजेज का प्राथमिक अनुवर्ती सार्वजनिक पेशकश (एफपीओ) जल्द ही आने वाली है. बाजार पूंजीकरण में तेजी से हो रही गिरावट की वजह से अडाणी एंटरप्राइजेज के करीब 2.5 बिलियन डॉलर के एफपीओ की लॉन्चिंग के बाद उसके शेयरों के प्रति निवेशकों की भावना प्रभावित होने का खतरा है.
अडाणी एंटरप्राइजेज को 9.7 फीसदी तक नुकसान
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, अडाणी ग्रुप की सूचीबद्ध कंपनियों में अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी टोटल गैस के शेयरों में शुक्रवार को क्रमश: 20-20 फीसदी तक की गिरावट आई. इसके अलावा, अडाणी एंटरप्राइजेज को 9.7 फीसदी तक का नुकसान हुआ, जो 3,276 रुपये (52.75 डॉलर) के स्तर से नीचे फिसल गया, जिस पर एंकर निवेशकों को अतिरिक्त इक्विटी बिक्री में शेयर आवंटित किए गए थे. बुधवार को अडाणी के शेयरों का बाजार मूल्य 12 अरब डॉलर कम हो गया था. गुरुवार को भारतीय बाजार बंद रहे.
अडाणी के शेयरों के लिए नए साल की शुरुआत खराब
अडाणी के शेयरों के लिए नए साल की शुरुआत खराब रही है, जो 2022 में एशिया में सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वालों में से थे. ग्रुप के शेयरों ने गौतम अडाणी को एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति बनाया. हिंडनबर्ग रिसर्च अडाणी ग्रुप के बारे में चिंता जताने वाली पहली शोध फर्म नहीं है. फिच ग्रुप की एक इकाई क्रेडिटसाइट्स ने अगस्त की एक रिपोर्ट में कहा है कि अडाणी ग्रुप ‘काफी लीवरेज्ड’ है और ‘बैलेंस शीट में गड़बड़ी’ है.
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हिंडनबर्ग पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
बताते चलें कि अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से पिछले 24 जनवरी 2023 को एक रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें अडाणी ग्रुप की कंपनियों में दो साल की जांच के बाद कॉर्पोरेट कदाचार के व्यापक आरोप लगाए गए. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी ग्रुप ने कहा कि दुर्भावनापूर्ण रूप से शरारती और अनसुलझी रिपोर्ट के बाद वह कानूनी कार्रवाई की पर विचार कर रहा है. ट्विटर पर एक बयान के अनुसार, हिंडनबर्ग ने कहा है कि वह पूरी तरह से अपनी रिपोर्ट के साथ खड़ा है. इसके खिलाफ की गई कोई भी कानूनी कार्रवाई योग्यताहीन होगी.
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