नई दिल्ली : मिसाइल के संयुक्त विकास और उत्पादन के लिए चल रहे एयरो इंडिया 2023 में सरकार के स्वामित्व वावली भारी उपकरण निर्माता कंपनी बीईएमएल और रक्षा एवं एयरोस्पेस फर्म भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के बीच शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया. इस समझौते के तहत ये दोनों कंपनियां मिसाइल कार्यक्रम के लिए मॉड्यूल, एयरफ्रेम और अन्य यांत्रिक प्रणाली पर संयुक्त रूप से काम करेंगे. एयरो इंडिया 2023 का आयोजन बेंगलुरु स्थित बीईएमएल में 13 से 17 फरवरी के बीच आयोजित किया गया.
बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया 2023 में निर्माण, संयोजन ओर भूमि प्रणालियों के एकीकरण (भारी वाहन, ब्रिजिंग सिस्टम और रिकवरी वाहन) के क्षेत्रों में अपनी रक्षा और एयरोस्पेस क्षमताओं को प्रदर्शित किया गया. इसमें मिसाइल मॉड्यूल और अंतरिक्ष प्रक्षेपण वाहन संरचनाओं का निर्माण, यूएवी और विमान ग्राउंड हैंडलिंग उपकरण आदि शामिल थे.
शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कंपनी की ओर से कहा गया है कि बीईएमएल ने एयरो इंडिया 2023 इवेंअ में कुल 11 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं. कंपनी ने विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद के लिए अनुकूलित भंडारण और हैंडलिंग प्रणाली के विकास के लिए भारतीय नौसेना के साथ एक समझौता किया गया है. इसके तहत टी72/टी90 युद्धक टैंकों पर इस्तेमाल किए जाने वाले डिमाइनिंग उपकरण (TRAWL और TWMP) के विकास और उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (टीओटी) के लिए डीआरडीओ और आरएंडडीईई के साथ सहमति बनी है. इसके अलावा, एयरो इंडिया 2023 में गरुड़ एयरोस्पेस के साथ समझौता किया है, जहां बीईएमएल ड्रोन की असेंबली और एकीकरण का काम करेगी.
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बेंगलुरु में पांच दिनों तक चले एयरो इंडिया 2023 कार्यक्रम में एयरोस्पेस और रक्षा उद्योगों की एक प्रमुख व्यापार प्रदर्शनी और भारतीय वायुसेना द्वारा हवाई प्रदर्शन किया गया. एयरोस्पेस उद्योग में वैश्विक नेताओं और बड़े निवेशकों के अलावा शो में दुनिया भर के थिंक टैंकों की भागीदारी भी देखी गई. एयरो इंडिया विमानन उद्योग में सूचनाओं, विचारों और नए विकास के आदान-प्रदान करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है. इसके साथ ही, यह घरेलू विमानन उद्योग को बढ़ावा देन के साथ मेक इन इंडिया को भी बढ़ावा देता है.