बाल मुंडवाने के बाद उबर ड्राइवर को नहीं पहचान रहा सॉफ्टवेयर, नौकरी को लेकर कंपनी ने दी सफाई

हैदराबाद : सिर मुंडाते ही ओले पड़ना, यह कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी. लेकिन इसके जैसी ही एक घटना हैदराबाद में देखने को मिली. देश की एक बड़ी एप आधारित टैक्सी कंपनी उबर (Uber) के एक ड्राइवर को सिर के बाल कटवाना भारी पड़ गया. शख्स ने बताया कि उसके बाल कटवाते ही उस कंपनी के सॉफ्टवेयर ने उसे पहचानना बंद कर दिया. इस वजह से उस शख्स को अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी. शख्स का नाम श्रीकांत है. बाल कटवाने के बाद कंपनी के पोर्टल पर जब श्रीकांत ने लॉग इन करने का प्रयास किया तो सॉफ्टवेयर ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया. जबकि उबर का कहना है कि बार बार कंपनी की कम्युनिटी गाइडलाइंस के उल्लंघन के कारण ड्राइवर का प्रोफाइल ब्लॉक किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2021 4:52 PM

हैदराबाद : सिर मुंडाते ही ओले पड़ना, यह कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी. लेकिन इसके जैसी ही एक घटना हैदराबाद में देखने को मिली. देश की एक बड़ी एप आधारित टैक्सी कंपनी उबर (Uber) के एक ड्राइवर को सिर के बाल कटवाना भारी पड़ गया. शख्स ने बताया कि उसके बाल कटवाते ही उस कंपनी के सॉफ्टवेयर ने उसे पहचानना बंद कर दिया. इस वजह से उस शख्स को अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी. शख्स का नाम श्रीकांत है. बाल कटवाने के बाद कंपनी के पोर्टल पर जब श्रीकांत ने लॉग इन करने का प्रयास किया तो सॉफ्टवेयर ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया. जबकि उबर का कहना है कि बार बार कंपनी की कम्युनिटी गाइडलाइंस के उल्लंघन के कारण ड्राइवर का प्रोफाइल ब्लॉक किया गया है.

दरअसल श्रीकांत ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम में सुख और समृद्धि के लिए अपने बाल अर्पित कर दिये. श्रीकांत का मानना था कि ऐसा करने से उनकी तरक्की होगी और उनके जीवन में समृद्धि आयेगी. जबकि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. हां, अब उन्हें अपनी पहचान ढूढने के लिए पापड़ बेलने पड़ रहे हैं. ऑनलाइन टैक्सी सर्विस उबेर में ड्राइवरों को अपना लॉगइन करने के लिए अपना चेहरा स्कैन कराना होता है. ऐसा कंपनी की ओर से विशेष सुरक्षा के लिए किया जाता है.

उन्होंने बताया कि अब बाल कटवाने के बाद श्रीकांत ने जैसे ही काम पर वापस लौटने के लिए लॉग इन करने का प्रयास किया तो बिना बाल के श्रीकांत को कंपनी के सॉफ्टवेयर ने पहचानने से इनकार कर दिया. श्रीकांत ने एक स्थानीय मीडिया को बताया कि जिस समय पहली बार कंपनी में उनका रजिस्ट्रेशन हुआ था तब लॉग इन के समय जो फोटो सॉफ्टवेयर में डाली गयी थी, उससे अब उनका चेहरा काफी बदल गया है.

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चेहरा बदला होने के कारण उबर का सॉफ्टवेयर अब उन्हें लॉग इन करने की इजाजत नहीं दे रहा है. श्रीकांत ने कहा कि एक महीना से अधिक समय हो गया, लेकिन अब भी सॉफ्टवेयर मेरे चेहरे को नहीं पहचान रहा है. एक महीने से मैं बेरोजगार हूं. उन्होंने कहा कि उनके पास कंपनी के सभी इस्तावेज हैं, फिर भी वे काम नहीं कर पा रहे हैं. इस दौरान श्रीकांत ने कई बार कंपनी के दफ्तर के चक्कर लगाए, लेकिन कोई मदद नहीं मिली.


उबर कंपनी ने कहा कम्युनिटी गाइडलाइंस के उल्लंघन का है मामला

इस पोस्ट के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उबर कंपनी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. कंपनी ने प्रभात खबर को दिये एक बयान में कहा कि लॉग-इन में समस्या आने के बाद जब ड्राइवर ने हमारे पार्टनर सेवा केंद्र पर विजिट किया तो वहां उन्हें बताया गया कि बार-बार कम्युनिटी गाइडलाइंस के उल्लंघन के कारण उनका प्रोफाइल बंद कर दिया गया है. कंपनी का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इतना तगड़ा है कि वह चेहरे में मामूली बदलाव के बाद भी चेहरा पहचान लेता है. कंपनी ने यह भी कहा कि अगर किसी भी ड्राइवर को लॉग-इन में दिक्कत आ रही है तो वे सेल्फी वेरिफिकेशन के लिए दोबारा से उबर पार्टनर सेवा केंद्र पर जा सकते हैं और वहां पर मैन्युअल तरीके से अपना प्रोफाइल बदलवा सकते हैं.

Posted By: Amlesh Nandan.

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