Air India: मेगा विमान ऑडर के बाद एयर इंडिया ने एक और बड़ा सौदा किया है. कंपनी ने जुलाई के महीने में 400 जेट इंजन का आर्डर सीएफएम इंटरनेशनल को दिया है. एयर इंडिया के तरफ इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि एयर इंडिया और सीएफएम इंटरनेशनल ने 400 कम चौड़े विमानों के नए बेड़े के लिए लीप इंजन के ऑर्डर को अंतिम रूप दे दिया है. ये इंजन 210 एयरबस ए320/ए321 नियो और 190 बोइंग 737 मैक्स विमानों को शक्ति प्रदान करेंगे. बता दें कि सीएफएम एयरक्राफ्ट इंजन और जीई थर्सडे के बीच फ्रेंको-अमेरिकी संयुक्त उद्यम है. इस नये करार ये भारत अमेरिका के साथ ही, भारत फ्रांस के रिश्तों में भी नयी गरमाहट आएगी.
एयर इंडिया 2002 से सीएफएम की ग्राहक
सीईओ कैंपबेल विल्सन के नेतृत्व में एयर इंडिया के इस करार ने पूरे उद्योग जगत को आश्चर्यचकित कर दिया. सीएफएम ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियों ने एक बहुवर्षीय सेवा समझौते पर भी हस्ताक्षर किए, जिसमें एयरलाइन के लीप इंजनों का पूरा बेड़ा शामिल होगा. इस ठेके के बारे में सबसे पहले फरवरी में घोषणा की गई थी. एयर इंडिया 2002 से सीएफएम की ग्राहक रही है, जब उसने सीएफएम56-5बी इंजन से चलने वाले ए320 नियो विमान का परिचालन शुरू किया था. एयर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने कहा हमें सीएफएम के साथ एक बड़े सौदे की खुशी है, जो भविष्य में हमारी वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. LEAP इंजन के बड़े पैमाने पर इंट्रोडक्शन के साथ-साथ हमारे सेवा समझौते से हमें अपने ग्राहकों को लाभ पहुंचाते हुए एन्वारमेंटल फुटप्रिंट और परिचालन लागत के संदर्भ में अपने संचालन को अनुकूलित करने में मदद मिलेगी. वहीं, जेवी द्वारा निर्मित हाई-बायपास टर्बोफैन लीप इंजन एयर इंडिया के 210 एयरबस A320neo/A321neos और 190 बोइंग 737 MAX परिवार के नए बेड़े को शक्ति प्रदान करेगा.
एविएशन के इतिहास में मील का पत्थर होगा ये करार
एयर इंडिया और सीएफएम के बीच हुए इस बड़े करार ने पूरे एविएशन उद्योग जगत खलबली मच गयी है. सीएफएम इंटरनेशनल के अध्यक्ष और सीईओ गेल मेहस्ट ने दोनों कंपनियों के बीच के करार के बारे में बोलते हुए कहा कि एयर इंडिया वर्ष 2002 से हमारी ग्राहक है. भारत में इस ऑडर से कंपनी की उपस्थिति बाजार में और मजबूत होगी. इसके साथ ही, हमें विश्वसनीयता, दक्षता और ग्राहक सहायता के मामले में सर्वोत्तम सीएफएम मानकों के साथ एयर इंडिया के विकास का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध करता है. फिलहाल कंपनी के द्वारा 300 से ज्यादा विमानों का संचालन किया जा रहा है.
सौदे को माना जा रहा मोदी इफेक्ट
एविएशन उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की एयर इंडिया और सीएफएम के बीच हुए इस बड़े करार के पीछे मोदी इफेक्ट है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल ही में हुए अमेरिका और फ्रांस की यात्राओं ने सौदे को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद की है. कंपनी का मानना है कि LEAP इंजन पिछली पीढ़ी की तुलना में 20 प्रतिशत बेहतर ईंधन खपत और कार्बन उत्सर्जन करता है. इसके साथ ही, इंजन से शोर भी कम होता है. इसे वर्तमान के सबसे बड़े मुद्दे ग्लोबल वार्मिग के समाधान के अनुकुल कहा जा सकता है.
जून में इंडिगो ने भी किया था बड़ा सौदा
एक तरफ जहां पिछले कुछ वर्ष से भारतीय बाजार में विमानन कंपनियां परेशानी झेल रही है. वहीं, जून के महीने में IndiGo एयरलाइंस ने एक बड़ा डील किया. कंपनी ने 500 एयरबस A320 विमान खरीदने का ऐलान किया है. ये किसी भी भारतीय एविएशन कंपनी के द्वारा एक साथ दिया गया सबसे बड़ा ऑडर है. ये एतिहासिक डील इंडिगो और एयरबस के बीच हुई है. इडिगो ने बताया कि एयरबस की डिलिवरी वर्ष 2023 से वर्ष 2035 के बीच होने की उम्मीद है. इसके लिए इंडिगो की बोर्ड ने 50 अरब डॉलर के फंड को मंजूरी दी है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.