Real Estate: घरों की बिक्री में आया 36% उछाल, हैदराबाद के आगे सब फेल, जानें कहां बढ़ी सबसे ज्यादा मकान की मांग

Anarock Report On Housing Sale And Price: रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल जुलाई-सितंबर की अवधि में सात शहरों में आवास की औसत कीमतें सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़ी. देश में आवास की बिक्री में सबसे ज्यादा तेजी हैदराबाद में 18 प्रतिशत की देखी गई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2023 3:53 PM

Real Estate: कमजोर ग्लोबल मार्केट के बीच भारत में घरों में बिक्री में तेजी बनी हुई है. इसका कारण रिजर्व बैंक के द्वारा होम लोन ब्याज दरों में स्थिरता बनाये रखने को बताया जा रहा है. रियल एस्टेट परामर्श कंपनी एनारॉक की एक शोध रिपोर्ट (Anarock Report On Housing Sale And Price) में ये दावा किया गया है कि जुलाई से सितंबर के बीच सात प्रमुख शहरों में आवास की बिक्री सालाना आधार पर 36 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 1,20,280 इकाई हो गई. इसके जबकि पिछले साल 88,230 यूनिट बिके थे. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल जुलाई-सितंबर की अवधि में सात शहरों में आवास की औसत कीमतें सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़ी. देश में आवास की बिक्री में सबसे ज्यादा तेजी हैदराबाद में 18 प्रतिशत की देखी गई. एनारॉक ने इस बात को रेखांकित किया कि जुलाई-सितंबर में तिमाही बिक्री अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र (एमएमआर) और पुणे ने कुल बिक्री में 51 प्रतिशत योगदान दिया. उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के दो बार से नीतिगत दर को यथावत रखने से बिक्री अच्छी बनी हुई है. उन्होंने कहा कि इसने गृह आवास ब्याज दरों को स्थिर रखा है, जिससे आवास खरीदने की भावना अधिक बनी हुई है.

दिल्ली-एनसीआर में आवास की बिक्री छह प्रतिशत बढ़ी

आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर 2023 के दौरान दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में आवास की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 15,865 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 14,970 इकाई थी. एमएमआर में समीक्षाधीन अवधि के दौरान आवास बिक्री 26,400 इकाइयों से 46 प्रतिशत बढ़कर 38,500 इकाई हो गई. बेंगलुरु में आवास की बिक्री 29 प्रतिशत बढ़कर 16,395 इकाई हो गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 12,690 इकाई थी. पुणे में बिक्री अधिकतम 63 प्रतिशत बढ़कर 14,080 इकाइयों से 22,885 इकाई हो गई. हैदराबाद में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 11,650 इकाइयों से 41 प्रतिशत बढ़कर 16,375 इकाई हो गई. चेन्नई में 3,490 इकाइयों से 42 प्रतिशत बढ़कर 4,940 इकाई हो गई. इस साल जुलाई-सितंबर के दौरान कोलकाता में आवास की बिक्री सात प्रतिशत बढ़कर 5,320 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 4,950 इकाई थी. गुरुग्राम स्थित रियल्टी कंपनी क्रिसुमी कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक मोहित जैन ने कहा कि मुख्य रूप से आय के बढ़ते स्तर के कारण घर खरीदने की बढ़ती आकांक्षा से पिछले कुछ वर्षों में आवास की मजबूत मांग है. इसके आगे भी जारी रहने की उम्मीद है.

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86 प्रतिशत आवासीय परियोजनाएं पूरी : एनारॉक

इससे पहले एनारॉक ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि रियल एस्टेट कानून रेरा के तहत कड़े नियमों की मदद से सात प्रमुख शहरों में जुलाई, 2017 और दिसंबर, 2018 के बीच शुरू की गई कुल 1,642 आवासीय परियोजनाओं में से कम से कम 86 प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं. संपत्ति सलाहकार एनारॉक के अनुसार, ये 1,642 परियोजनाएं रियल एस्टेट नियामक कानून रेरा के तहत पंजीकृत हैं. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि आवासीय रियल एस्टेट परियोजनाओं को समय पर पूरा करने में रेरा ने काफी मदद की है. उन्होंने ने कहा कि रेरा लागू होने के बाद डेढ़ साल में शीर्ष सात शहरों में 86 प्रतिशत की समग्र पूर्णता दर उल्लेखनीय है, खासकर इसके लागू होने से पहले बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए. रियल एस्टेट (विनियमन व विकास) अधिनियम 2016 जिसे रेरा भी कहा जाता है, को मार्च, 2016 में संसद में पारित किया गया था. रेरा की कुछ धाराएं एक मई, 2016 से और बाकी धाराएं एक मई, 2017 से अधिसूचित की गई. इसके तहत परियोजनाओं (500 वर्ग मीटर से अधिक और आठ अपार्टमेंट से ऊपर) को शुरू करने से पहले उनका रेरा के तहत पंजीकरण करना अनिवार्य है.

(भाषा इनपुट के साथ)

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