वाशिंगटन : अमेरिकी सांसदों ने प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से पूछताछ की है. सांसदों ने इन कंपनियों द्वारा कथित रूप से दबदबे या एकाधिकार की स्थिति कायम करने और प्रतिस्पर्धा को चोट पहुंचाने के मामले में सवाल किये.
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सांसद दुनिया की इन बड़ी कंपनियों को राह लाने के अपने प्रयास में कितने सफल रहे हैं. संसद की एकाधिकार व्यापार रोधी न्यायिक उपसमिति में सुनवाई के दौरान सांसदों ने फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग, अमेजन के जेफ बेजोस, गूगल के सुंदर पिचाई और ऐपल के टिम कुक से सवाल-जवाब किये.
पिछले साल समिति ने सिलिकॉन वैली की दिग्गज कंपनियों के कारोबारी व्यवहार की पड़ताल की थी. यह पड़ताल इसलिए की गई ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इन कंपनियों का और अधिक नियमन करने की जरूरत है.
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करीब पांच घंटे तक चली सुनवाई के दौरान मुख्य कार्यकारियों से पूछताछ में कोई विशेष बात नहीं निकली. हालांकि, कार्यकारियों को कड़े सवालों का सामना करना पड़ा. कई बार दोनों दलों के सांसदों ने उन्हें टोका भी. मुख्य कार्यकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सांसदों के समक्ष उपस्थित हुए. कई बार स्क्रीन पर सभी मुख्य कार्यकारी एक साथ भी दिखाई दिए.
बताया जाता है कि मुख्य कार्यकारियों ने समिति के समक्ष कई तरह के आंकड़े देकर बताया कि उन्हें कितनी कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है और उनका नवोन्मेषण और आवश्यक सेवाएं उपभोक्ताओं के लिए कितनी जरूरी हैं. सुनवाई वाले कमरे में समिति के सदस्य मास्क लगाकर बैठे थे.
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