क्या आपने बैंक से लोन लिया है? क्या आपको समय पर अपना ईएमआई भरने में आर्थिक परेशानी आ रही है? तो आप सबसे यह समझ लें कि बैंक से उधार लेने पर उसकी ईएमआई समय पर चुकाना आपकी जिम्मेदारी है, क्योंकि ऐसा नहीं करने पर आपको परेशानी हो सकती है.
समय पर ईएमआई नहीं चुकाने पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है और भविष्य में अगर आपको लोन की जरूरत हो तो लोन मिलना कठिन हो जाता है. अगर आपने लोन लिया है तो ईएमआई चुकाने को अपना दायित्व समझें और अपनी कमाई का उचित तरीके से प्रबंधन करें ताकि लोन चुकाना बोझ ना बनें.
हर व्यक्ति को अपना बजट बनाना चाहिए. अगर आप बजट नहीं बनायेंगे तो आपको यह पता ही नहीं चलेगा कि आपकी कमाई कहां और कितनी खर्च हो रही है. खर्च और बचत इन दोनों को अपने बजट में शामिल करें. आपकी आय चाहे जितनी भी हो आपको बचत का स्कोप बनाना ही चाहिए.
बजट बनाते वक्त आपको एक आकस्मिक निधि बनानी चाहिए, जिसके द्वारा आप कुछ पैसे बचाकर विपरीत परिस्थिति के लिए रखें. जीवन में जरूरत कभी भी सामने आ जाती है उस वक्त आप इस निधि में जमा पैसे का उपयोग कर सकते हैं.
बजट तैयार करते वक्त ही आप अपने लोन के ईएमआई के पैसे को निकालकर अलग कर दें, ताकि ईएमआई ना भरने पर शर्मिंदा होने जैसी स्थिति का सामना आपको ना करना पड़े. अगर आप ईएमआई के पैसे को बजट में ही अलग कर लेंगे तो दिक्कत नहीं होगी.
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इंसान की जरूरतें अनंत होती हैं, लेकिन हर जरूरत को पूरी करना सही नहीं है. ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए कि जितना कमाया उसे खर्च कर दें. यदि कोई ऐसी चीज है जिसकी आपको आवश्यकता नहीं है, तो उसे खरीद कर पैसे बर्बाद करने का कोई तुक नहीं है. मासिक बजट बनाना और उस पर टिके रहना आवश्यक और विवेकपूर्ण निर्णय है.
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