एसेट ईटीएफ पैसिव फंड के संबंध में मिरे करता है सेबी के दिशानिर्देशों का अनुपालन
मई 2022 में सेबी द्वारा जारी किये गये नए दिशानिर्देशों को ध्यान मे रखकर मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स ने इन नई आवश्यकताओं का अनुपालन किया है.
वैश्विक मानक दिशानिर्देशों का ध्यान रखते हुए लिक्विडिटी, ट्रैकिंग त्रुटियों और अन्य प्रमुख ईटीएफ संकेतकों का प्रबंधन करने के लिए मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्रा.लि. ने वर्ष २०१८ में देश में अपनी सहयोगी कंपनी मिरे एसेट कैपिटल मार्केट (इंडिया) प्रा.लि के साथ एक मार्केट-मेकिंग सिस्टम बनाया था. कंपनी के पास अब कुल मिलाकर तीन मार्केट मैकर्स हैं, जिनमें मिरे एसेट कैपिटल मार्केट (इंडिया) प्रा. लि. शामिल है, जो एक्सचेंज पर सक्रिय रूप से ईटीएफ की निगरानी करता है.
अपने इनोवेटिव ईटीएफ उत्पादों के लिए प्रसिद्ध, मिरे एसेट ने मिरे एसेट निफ्टी 100 ईएसजी सेक्टर लीडर्स ईटीएफ लॉन्च किया है, जो देश में पहला ईएसजी थीमैटिक ईटीएफ है और मिरे एसेट निफ्टी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग ईटीएफ भी लॉन्च किया है.
मई 2022 में एएमसी मिरे ने ईवी और ऑटोनॉमस, एआई और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे विकसित प्रौद्योगिकी थीम ईटीएफ के तहत चार अलग-अलग फंड ऑफ फंड्स दाखिल किए हैं. यह इसलिये संभव हुआ क्योंकि एएमसी ईटीएफ के लिए पारदर्शिता और तरलता के महत्व को समझना चाहता है. एमएमसी की मूल कंपनी मिरे एसेट ग्लोबल इन्वेस्टमेंट्स, वैश्विक स्तर पर 14वीं सबसे बड़ी ईटीएफ प्रदाता कंपनी है और नौ देशों में 400 से अधिक ईटीएफ उत्पादों का संचालन कर रही है, जिसमें इसका भारत स्थित कार्यालय (दिसंबर 2021 तक) शामिल है. इसके अलावा, मिरे एसेट ग्लोबल इन्वेस्टमेंट्स की सहायक कंपनी ग्लोबल एक्स, संयुक्त राज्य अमेरिका में थीम वाले ईटीएफ आपूर्तिकर्ताओं में से एक है.
मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के देश में प्रमुख ईटीएफ उत्पाद मिरे एसेट निफ्टी 50 ईटीएफ और मिरे एसेट एनवाईएसई फेंग+ ईटीएफ हैं.
निवेशकों के लिए क्या होगा बड़ा बदलाव?
1. निवेशक अपनी वेबसाइट पर एएमसी द्वारा बताए गए ट्रैकिंग त्रुटियों और ट्रैकिंग अंतर डेटा देख सकते हैं.
2. ईटीएफ/इंडेक्स फंड (डेट ईटीएफ/इंडेक्स फंड के अलावा) की ट्रैकिंग त्रुटि 2 फीसदी से अधिक नहीं होनी चाहिए. डेट ईटीएफ और इंडेक्स फंड के लिए एक वर्ष में औसतन वार्षिक ट्रैकिंग अंतर 1.25 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए.
3. निवेशक ईटीएफ इकाइयों को सीधे एएमसी के साथ सब्सक्राइब और रिडीम कर सकते हैं यदि मूल्य २५ करोड़ रुपये से अधिक है.
4. एएमसी प्रत्येक ईटीएफ के लिए कम से कम 2 मार्केट मैकर्स नियुक्त करेगी.
5. एएमसी, टीईआर योजना की अधिकतम स्वीकार्य सीमा के भीतर मार्केट मैकर्स को प्रोत्साहन प्रदान कर सकती है. इस संबंध में एएमसी से अपनी वेबसाइट पर और ईटीएफ के योजना सूचना दस्तावेज (एसआईडी) में पर्याप्त रूप से प्रकट करने की आवश्यकता है.
6. एक्सचेंज पर ईटीएफ की लिक्विडिटी संभावित रूप से बेहतर होने की उम्मीद है
7. सांकेतिक शुद्ध संपत्ति मूल्य (आई-एनएवी) को स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा निर्धारित आवृत्ति के साथ अनिवार्य रूप से प्रदर्शित किया जाना है. इससे निवेशकों को यह जानने में मदद मिलने की उम्मीद है कि उन्हें ईटीएफ में संभावित रूप से किस कीमत पर कारोबार करना चाहिए.
निवेशक को क्या पता होना चाहिए?
मार्केट मेकर की क्या भूमिका है?
मार्केट मेकर एक्सचेंज का व्यक्तिगत भागीदार या सदस्य फर्म होता है जो अपने खाते के लिए सिक्योरिटीज को खरीदता और बेचता है. मार्केट मैकर बाजार को तरलता और गहराई प्रदान करते हैं जबकि वें बिड-आस्क स्प्रेड में अंतर से लाभ कमाते हैं.
ट्रैकिंग त्रुटि और ट्रैकिंग अंतर क्या है और इसका मेरे निवेश पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
1. ट्रैकिंग त्रुटि और ट्रैकिंग अंतर यह मापने का तरीका है कि ईटीएफ अपने अंतर्निहित सूचकांकों को कितनी अच्छी तरह ट्रैक करते हैं.
2. ट्रैकिंग अंतर यह मापता है कि किसी इंडेक्स उत्पाद का रिटर्न उसके अंतर्निहित इंडेक्स से किस हद तक भिन्न है और ट्रैकिंग त्रुटि इंगित करती है कि फंड के औसत ट्रैकिंग अंतर को बनाने वाले व्यक्तिगत डेटा बिंदुओं में कितनी परिवर्तनशीलता मौजूद है.
3. इस प्रकार कम ट्रैकिंग अंतर और कम ट्रैकिंग त्रुटि का मतलब है कि ईटीएफ अपने बेंचमार्क को अच्छी तरह से ट्रैक करता है.
आईएनएवी क्या है और इसे देखें?
1. आईएनएवी का मतलब सांकेतिक नेट असेट वेल्यू है. आईएनएवी अपने अंतर्निहित घटकों के बाजार मूल्यों के आधार पर ईटीएफ का इंट्राडे सांकेतिक मूल्य प्रदान करता है. मूल्य स्टॉक एक्सचेंज पर प्रदर्शित होता है जिस पर ईटीएफ सूचीबद्ध होता है.
2. यह ईटीएफ के मूल्य के लगभग रियल टाइम को प्रस्तुत करता है इसलिए,आईएनएवी निवेशकों को एक्सचेंज पर महत्वपूर्ण प्रीमियम और डिस्काउंट ट्रेडिंग से बचने में मदद कर सकता है.
मिरे एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के ईटीएफ सेल्स हेड उमेश कुमार डेला ने कहा, ”जबकि ईटीएफ और पेसिव इंडस्ट्री को अभी भी आगे बढऩे के लिए एक लंबा रास्ता तय करना है, हाल ही में जारी किया गया सेबी परिपत्र सही दिशा में बहुत स्वागत योग्य कदम है और इससे देश में ईटीएफ के सामने आने वाली कुछ चुनौतियों को कम करने की उम्मीद है. मेरा मानना है कि यह निवेशकों के बीच ईटीएफ के प्रति विशेष रूप से खुदरा खंड के लिए अहम मोड़ साबित हो सकता है. ईटीएफ के बारे में उत्पाद निर्माता से सही निवेशक शिक्षा और जागरूकता अभियान के चलते संभावित रूप से निवेशकों के लिए उनके रिटर्न और जोखिम प्रोफाइल के अनुकूल वांछित जोखिम लेने के अवसरों की अधिकता की पेशकश करने की उम्मीद है.
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