Atal Beemit Vyakti Kalyan Yojna : कोरोना काल में उपजी बेरोजगारी के दौरान नौकरी गंवाने वाले लोगों को आर्थिक सहायता देने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (Atal Beemit Vyakti Kalyan Yojna) की शुरुआत की, ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानियों से रूबरू न होना पड़े. सरकार की इस योजना का लाभ लेने में आंध्र प्रदेश के लोग सबसे आगे रहे, लेकिन उत्तर प्रदेश और बिहार के बेरोजगार फिसड्डी साबित हुए. देश के अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश और बिहार के बेरोजगारों ने कम आवेदन जमा कराए, जबकि सबसे अधिक आवेदन जमा कराने वाले राज्यों में आंध्र प्रदेश के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र सबसे आगे हैं.
हर महीने दी जाएगी सैलरी की आधी रकम
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) से मिले आंकड़ों के अनुसार, अभी तक अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना में अभी तक देशभर से कुल 36 हजार बेरोजगारों ने आवेदन किया है, जिनमें से 16 हजार से ज्यादा लोगों को ईएसआईसी की तरफ से हर महीने सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा दिया भी जा रहा है. जहां तक इस योजना में आवेदनों की बात है, तो इसमें सबसे ज्यादा आवेदन आंध्र प्रदेश राज्य से आए हैं.
आंध्र प्रदेश से सबसे अधिक 7800 आवेदन जमा
बेरोजगारों को सहारा देने के लिए शुरू की गई सरकार की अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना में आंध्र प्रदेश से सबसे ज्यादा 7800 आवेदन आए हैं. वहीं, दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है. यहां से 5000 बेरोजगारों ने योजना में आवेदन किया है, जबकि तीसरे नंबर पर हरियाणा है. यहां से 4000 लोगों ने अभी तक इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन किया है.
बिहार से केवल 800 लोगों ने जमा कराए आवेदन
वहीं, अगर उत्तर प्रदेश और बिहार की बात की जाए, तो उत्तर प्रदेश से अभी तक 3700 आवेदन जमा कराए गए हैं, जबकि बिहार से केवल 800 बेरोजगारों ने आवेदन जमा कराए, जो काफी कम हैं. ईएसआईसी के अनुसार, इन दोनों राज्यों से एक बड़ी संख्या में युवा नौकरी करने के लिए अन्य राज्यों में जाते हैं.
दूसरे राज्यों में सबसे अधिक बिहार-यूपी के कामगार
मीडिया में राज्य कर्मचारी बीमा निगम के इंश्योरेंस कमिश्नर, रेवेन्यू एंड बेनिफिट एमके शर्मा के हवाले से आ रही खबर के अनुसार, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा आवेदन आए हैं. इन राज्यों में बिहार और उत्तर प्रदेश का एक बड़ा तबका नौकरी करता है. इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर और गुजरात में भी युवा नौकरी करते हैं. हालांकि, कोरोना के दौरान बड़ी संख्या में युवाओं की नौकरी चली गई है, जिसके मुकाबले आवेदन अभी कम ही आए हैं.
Posted By : Vishwat Sen
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