ATF Price Hike: तेल कंपनियों ने बढ़ाया हवाई ईंधन का दाम, होली के पहले फिर बढ़ सकता है हवाई किराया

ATF Price Hike: रिपोर्ट के अनुसार, हवाई इधन में करीब 624.37 रुपये प्रति किलोलीटर की बड़ी बढ़ोत्तरी की गयी है. बता दें कि इससे पहले करीब चार बार समीक्षा में तेल कंपनियों के द्वारा ईंधन की कीमतों में कटौती की गयी थी.

By Madhuresh Narayan | March 1, 2024 10:39 AM
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ATF Price Hike: अगर आप होली पर घर जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपको तगड़ा झटका लग सकता है. दरअसल, सरकारी तेल कंपनियों ने विमान कंपनियों को तगड़ा झटका देते हुए एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) में बढ़ोत्तरी कर दी है. रिपोर्ट के अनुसार, हवाई इधन में करीब 624.37 रुपये प्रति किलोलीटर की बड़ी बढ़ोत्तरी की गयी है. बता दें कि इससे पहले करीब चार बार समीक्षा में तेल कंपनियों के द्वारा ईंधन की कीमतों में कटौती की गयी थी. हालांकि, मार्च के महीने में इसपर रोक लग गया है. बढ़े हुए ईंधन की कीमत आज से लागू हो गयी है. ऐसे में समझा जा रहा है कि पहले से दबाव झेल रही विमान कंपनियां किराये में वृद्धि कर सकती है. इससे त्योहार पर यात्रा करने वाले यात्रियों को महंगाई का झटका लग सकता है.

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शहर ATF के नए दाम

दिल्ली- 1,01,396.54 ₹ प्रति किलोलीटर
कोलकाता- 1,10,296.83 ₹ प्रति किलोलीटर
मुंबई- 94,809.22 ₹ प्रति किलोलीटर
चेन्नई- 1,05,398.63 ₹ प्रति किलोलीटर
(सोर्स: IOCL)

पिछले महीने क्या था एटीएफ का भाव

तेल कंपनियों के द्वारा फरवरी में चौथी बार एटीएफ की कीमतों में राहत दी गयी थी. इसके बाद, दिल्ली में एविएशन टरबाइन फ्यूल की कीमत 1,00,772.17 रुपये प्रति किलोलीटर, मुंबई में 4,246.00 रुपये प्रति किलोलीटर, कोलकाता में 1,09,797.33 रुपये प्रति किलोलीटर और चेन्नई में 1,04,840.19 रुपये प्रति किलो लीटर था. आज की बढ़ोत्तरी के बाद दिल्ली में कीमत लगभग 674 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़ गया है.

कैसे तय होता है हवाई ईंधन का रेट

भारत में हवाई ईंधन की दरें महीने में दो बार निर्धारित होती हैं. इसमें विंडफॉल टैक्स और ग्लोबल मार्केट में चल रहे उठा पटक का सीधा असर होता है. हवाई ईंधन के रेट का एक महत्वपूर्ण कारक मार्ग-दर (Refinery Transfer Price) भी है. पेट्रोल, डीजल और अन्य ईंधन का बहुत बड़ा हिस्सा आयात किया जाता है. यह आयात किया गया ईंधन भारतीय रिफाइनरियों में प्रक्रियात्मक किया जाता है और इसका मार्ग-दर निर्धारित किया जाता है. मार्ग-दर यह बताता है कि ईंधन की लागत और निर्याती द्वारा दिया गया मार्ग पर राजस्व के बीच का अंतर क्या है. पूर्व मध्य में चल रहे युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में आग लगी है. इसके कारण, ईंधन की कीमतों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है.

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