PNB में पीपीएफ खाता खोलने पर मिलता है आकर्षक रिटर्न, जानिए कैसे?
सार्वजनिक भविष्य निधि योजना 1 जुलाई, 1968 को भारत सरकार द्वारा शुरू की गई थी और यह जमाकर्ता को आकर्षक रिटर्न और कर लाभ के दोहरे लाभ प्रदान करती है.
Open PNB PPF account : क्या आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) खाता खोलना चाहते हैं? यहां आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी है. अब आप पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में भी पीपीएफ खाता खोलकर आकर्षक रिटर्न और कर छूट प्राप्त कर सकते हैं. पीएनबी ने एक ट्वीट में कहा, ‘एक पीपीएफ खाता खोलें और आकर्षक रिटर्न के साथ-साथ कर छूट प्राप्त करें.’
क्या है पीपीएफ?
बता दें कि सार्वजनिक भविष्य निधि योजना 1 जुलाई, 1968 को भारत सरकार द्वारा शुरू की गई थी और यह जमाकर्ता को आकर्षक रिटर्न और कर लाभ के दोहरे लाभ प्रदान करती है. यह योजना पीएनबी की सभी शाखाओं में चालू है. यह केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजना है. इसे आप अपनी जरूरत के हिसाब से ले सकते हैं. इसे लेना अनिवार्य नहीं है. ये ऐच्छिक है. आप चाहें, तो किसी भी राष्ट्रीय बैंक या पोस्ट ऑफिस में PPF खाते खोल सकते हैं. इसके लिए आपको किसी कंपनी का कर्मचारी होना भी ज़रूरी नहीं है. पीपीएफ खाते की ब्याज दरें हर तीन महीने में तय होती है. एक जनवरी 2021 से 31 मार्च 2021 तक पीपीएफ खाते पर 7.1 फीसदी का ब्याज मिलेगा.
15 साल में पीएनबी खाता होता है मैच्योर
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पीपीएफ खाता 15 साल में मैच्योर होता है. खाते के मैच्योर होने पर आपके पास पूरे बैलेंस को निकालकर खाते को बंद करने का विकल्प होता है या फिर आप कॉन्ट्रिब्यूशन के साथ या इसके बगैर खाते को 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं.
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पांच साल के ब्लॉक में इस तरह का एक्सटेंशन कितनी बार भी किया जा सकता है. यानी इसकी कोई सीमा तय नहीं है. लेकिन 15 साल की अवधि का यह मतलब नहीं है कि आपका पैसा इतने दिनों तक लॉक रहेगा. खाता खुलने से 15 साल की अवधि शुरू होती है. लॉक-इन धीरे-धीरे घटती है. 14वें साल यह केवल एक साल रह जाती है.
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अगर आपने 2006 में पीपीएफ अकाउंट खोला था, तो अगले साल लॉक-इन अवधि खत्म हो जाएगी. लेकिन, मैच्योरिटी से पहले भी कई मामलों में इससे पैसे निकालने की सुविधा मिलती है.
एक साल में कम से कम 500 रुपये जमा करना जरूरी
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किसी एक साल में आप पीपीएफ में कम से कम 500 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं. जिन खाते को 15 साल से ज्यादा बढ़ाया जाता है, उनके मामले में भी 500 रुपये के मिनिमम इनवेस्टमेंट को बनाए रखना पड़ता है.
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अगर आप 500 रुपये का न्यूनतम निवेश नहीं करते हैं तो आपका अकाउंट डॉरमेंट यानी निष्क्रिय हो जाएगा. ऐसे डॉरमेंट अकाउंट को दोबारा एक्टिवेट कराने के लिए 50 रुपये की पेनाल्टी देनी पड़ती है.
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अगर किसी एक साल में आप 1.5 लाख रुपये से ज्यादा निवेश करते हैं, फिर चाहे वह गलती से ही हो गया हो, तो आपको अतिरिक्त रकम पर कोई ब्याज नहीं मिलता है.
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पीपीएफ पर सालाना चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है. लेकिन, इसका कैलकुलेशन हर महीने होता है. 5 तारीख से लेकर महीने की आखिरी तारीख तक सबसे कम बैलेंस पर ब्याज मिलता है.
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अगर 5 तारीख से पहले आप निवेश करते हैं तो कॉन्ट्रिब्यूशन पर उस महीने के लिए भी ब्याज मिलता है. अगर आप चेक के जरिये निवेश कर रहे हैं तो सुनिश्चित कर लें कि कट-ऑफ तारीख से 3-4 रोज पहले आपका डिपॉजिट हो जाए. अगर आपका बैंक पीपीएफ अकाउंट में रकम डालने में सुस्त है.
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1.5 लाख रुपये की अधिकमत सीमा में नाबालिग बच्चे के लिए खुलाए गए पीपीएफ अकाउंट का कॉन्ट्रिब्यूशन शामिल है. इसका मतलब है कि अगर अपने साथ बच्चे का अलग पीपीएफ अकाउंट खुलाते हैं तो दोनों में मिलाकर 1.5 लाख रुपये से ज्यादा निवेश नहीं किया जा सकता है.
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