ऑटो सेक्टर में भारी डिमांड, प्रोडक्शन बढ़ाने को कार कंपनियां करेंगी 65 हजार करोड़ रुपये का निवेश

रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में यात्री वाहन उद्योग की थोक बिक्री 37 से 38 लाख इकाई के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है. इसमें पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 21 से 24 प्रतिशत की वृद्धि संभव है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2022 6:23 PM

Auto Car Demand Soar: यात्री वाहन कंपनियां बढ़ी मांग को पूरा करने को लेकर उत्पादन बढ़ाने के लिए वित्त वर्ष 2024-25 तक करीब 65,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी. रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि मजबूत मांग और सेमीकंडक्टर संकट लगभग दूर होने के कारण 2022 की शुरुआत के बाद से यात्री वाहनों की मांग अच्छी बनी हुई है.

रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में यात्री वाहन उद्योग की थोक बिक्री 37 से 38 लाख इकाई के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है. इसमें पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 21 से 24 प्रतिशत की वृद्धि संभव है. इक्रा ने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी बाधाओं और सेमीकंडक्टर संकट कम होने के साथ पिछली कुछ तिमाहियों में मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के क्षमता उपयोग में सुधार हुआ है.

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इक्रा के कॉरेपोरेट रेटिंग उपाध्यक्ष और क्षेत्र प्रमुख रोहन कंवर गुप्ता ने कहा, ओईएम भी नये उत्पाद लाने को लेकर पर्याप्त खर्च के लिए बजट बना रहे हैं. इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए क्षमता/प्रतिबद्ध मंचों का विकास शामिल है. इससे ओईएम वित्त वर्ष 2022-23 से 2024-25 के बीच 65,000 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि कई ओईएम अगले कुछ वित्त वर्ष में उत्पादन क्षमता का विस्तार करने के लिए पहले ही 250 अरब रुपये से अधिक के कुल परिव्यय की घोषणा कर चुके हैं.

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