किराए के फ्लैट में रहने वालों के लिए बढ़ी मुसीबतें, मासिक किराए में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी
अगर आप एक किराए के फ्लैट में रहते हैं तो इस खबर को पढ़ने के बाद शायद झटका लगे. एनारॉक की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि, देश के सात प्रमुख शहरों में 2019 के बाद से 1,000 वर्ग फुट क्षेत्र वाले फ्लैट का औसत मासिक किराया 23 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है.
Monthly Rent Increased: हाल ही में एनारॉक की एक रिपोर्ट सामने आयी है. इस रिपोर्ट की अगर माने तो देश के सात प्रमुख शहरों में साल 2019 के बाद से ही 1,000 स्क्वायर फुट एरिया वाले सभी फ्लैट्स के मासिक किराए में 23 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो चुकी है. रिपोर्ट की अगर माने तो साल 2019 में जिस फ्लैट का किराया 15,500 रुपये हुआ करता था, आज उसी के लिए प्रतिमाह के हिसाब से 19,000 रुपये चुकाने पड़ते हैं.
मासिक किराया 23 प्रतिशत तक बढ़ा
देश के सात प्रमुख शहरों में 2019 के बाद से 1,000 वर्ग फुट क्षेत्र वाले फ्लैट का औसत मासिक किराया 23 प्रतिशत तक बढ़ गया है. संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक ने यह जानकारी दी है. एनारॉक की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2019 और 2022 के बीच देश के प्रमुख आवास बाजारों में औसत मासिक किराया 23 प्रतिशत तक बढ़ा है. यह आकलन 1,000 वर्ग फुट क्षेत्र वाले मानक 2बीएचके (2 BHK) इकाई के औसत किराये पर आधारित है. नोएडा के सेक्टर-150 में औसत किराये में सबसे अधिक 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस क्षेत्र में किराया वर्ष 2019 में 15,500 रुपया हुआ करता था लेकिन पिछले साल यह लगभग 19,000 रुपये प्रति माह हो गया.
शीर्ष सात शहरों में बढ़ी किराए की मांग
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा- वर्ष 2022 के दौरान किराये में काफी बढ़ोतरी देखी गई. कोविड-19 महामारी के दौरान दो साल तक गिरावट रहने के बाद शीर्ष सात शहरों में किराये की मांग बढ़ी है. ज्यादातर कंपनियां हाइब्रिड मोड सहित अपने सभी कर्मचारियों को कार्यालय में वापस बुला रही हैं. उन्होंने कहा कि किराये की मांग 2023 में भी बढ़नी जारी रहेगी. पुरी ने कहा कि जो लोग अपने गृहनगर या अन्य क्षेत्रों से शहर वापस लौट रहे हैं, वे पहले घर को किराये पर लेना पसंद कर रहे हैं. वे आगे चलकर घर खरीदने पर भी विचार कर सकते हैं. (भाषा इनपुट के साथ)
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