Axis Bank ने 18 नवंबर से एमसीएलआर दरों में की 10 बीपीएस की बढ़ोतरी, महंगे हो जाएंगे लोन?
Axis Bank ने 18 नवंबर से अलग-अलग समयावधि के लिए फंड-आधारित उधार दर (MCLR) में 10 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है. माना जा रहा है कि इससे लोन लेने वालों की ईएमआई बढ़ जाएगी.
Axis Bank MCLR Rate Hike: एक्सिस बैंक ने 18 नवंबर से अलग-अलग समयावधि के लिए फंड-आधारित उधार दर (MCLR) में 10 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है. नई बेंचमार्क उधार दरें 8.25 से 8.60 प्रतिशत तक होंगी. इसी के साथ माना जा रहा है कि इससे लोन लेने वालों की ईएमआई बढ़ जाएगी.
अगली समीक्षा तक मान्य रहेंगी ये दरें
बैंक की ओर से जारी की गई ताजा रिलीज के मुताबिक, एक्सिस बैंक में अब 1 वर्ष एमसीएलआर 18 नवंबर से लगभग 8.45 प्रतिशत प्रभावी है. जबकि, पिछली दर 8.35 फीसदी थी. दो साल की एमसीएलआर अब पिछले 8.45 से 8.55 प्रतिशत पर सेट है. वहीं, यह बेंचमार्क दर पिछले 8.50 की तुलना में तीन साल के लिए यह 8.60 प्रतिशत तय की गई है. इसके अलावा, 6 महीने और 3 महीने के कार्यकाल के लिए एमसीएलआर को पिछले 8.30 और 8.25 प्रतिशत की तुलना में क्रमशः 8.40 प्रतिशत एवं 8.35 प्रतिशत कर दिया गया है. एक महीने और रात भर के कार्यकाल के लिए एमसीएलआर को पहले के 8.15 के मुकाबले बढ़ाकर 8.25 प्रतिशत कर दिया गया है. एक्सिस बैंक ने बताया कि यह दरें अगली समीक्षा तक मान्य रहेंगी. साथ ही, आधार दर को 17 सितंबर, 2022 से 9.15 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा गया है.
एमसीएलआर की समय-समय पर की जाती है समीक्षा
मालूम हो कि आधार दर और एमसीएलआर की समय-समय पर बैंक द्वारा समीक्षा की जाती है. साथ ही यह बदल भी सकती है और नहीं भी. हालांकि, सभी उधारकर्ताओं को अपने लोन चुकौती पर एमसीएलआर वृद्धि का सामना नहीं करना पड़ेगा. क्योंकि, एक्सिस बैंक ने आरबीआई के सर्कुलर के हिस्से के रूप में 1 अक्टूबर, 2019 से रेपो दर (Repo Rate) को बाहरी बेंचमार्क उधार दर के रूप में अपनाया है. साफ है कि 1 अक्टूबर, 2019 से नवीनीकृत सभी नए फ्लोटिंग रेट लोन और क्रेडिट लिमिट को रेपो रेट से जोड़ा जाएगा.
सितंबर, 2022 की तिमाही में Axis बैंक ने दर्ज किया 5,330 करोड़ का शुद्ध लाभ
सितंबर, 2022 की तिमाही के दौरान एक्सिस बैंक ने 5,330 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो साल दर साल 70 प्रतिशत बढ़ रहा है. जबकि, शुद्ध ब्याज आय (NII) साल दर साल 31 प्रतिशत बढ़कर 10,360 करोड़ हो गई. इस बीच, 30 सितंबर 2022 तक सकल एनपीए बढ़कर 2.5 प्रतिशत हो गया, जो एक तिमाही पहले 2.76 प्रतिशत और एक साल पहले 3.53 प्रतिशत था.
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