Ayodhya Ram Mandir: भगवान राम के मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है. जनवरी में इस मंदिर में भगवान की प्रतिष्ठा की जाएगी. इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है. ऐसे में अगर, आपका सपना भगवान के राम की नगरी में घर लेने का है तो संभव हो सकता है. दरअसल, भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए, रियल एस्टेट डेवलपर, द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा (HOABL) ने अयोध्या में 25 एकड़ भूमि के लिए करीब 300 करोड़ रुपये का निवेश किया है. एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने जनवरी 2024 में एक प्लॉटेड विकास परियोजना शुरू करने की योजना बनाई है. एचओएबीएल के सीईओ समुज्जवल घोष ने कहा कि यह परियोजना आगामी राम मंदिर से लगभग 12 से 15 मिनट की दूरी पर स्थित है. कंपनी की योजना तीन से चार वर्षों (दिसंबर 2026 तक) में लगभग ₹1200 करोड़ का निवेश करने की है. उन्होंने कहा कि अयोध्या के लिए कुल निवेश ₹1200 करोड़ के करीब है. हमने पहले चरण के लिए ₹300 करोड़ के शुरुआती निवेश पर विचार किया है. ₹1200 करोड़ को हम तीन से चार वर्षों की अवधि में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं.
कंपनी ने अधिग्रहण का काम किया पूरा
द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा ने 25 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर लिया है. हालांकि, कुछ नियामकों की मंजूरी प्रक्रिया चल रही है. कंपनी ने बताया कि भूखंड पर योजनाबद्ध विकास होगा. 25 एकड़ के विकास में क्लब हाउस और अन्य सेवाओं जैसी सुविधाओं के साथ-साथ आवासीय भूखंड भी शामिल होंगे. कंपनी अगले साल मंदिर उद्घाटन के बाद अयोध्या में 200-250 प्लॉट लॉन्च करने की योजना बना रही है. इन प्लॉट की कीमत ₹1.8 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इन प्लॉटों की कीमत 1250 वर्ग फुट के प्लॉट के लिए ₹1.8 करोड़ प्लस टैक्स से अधिक होने की संभावना है. कंपनी का इरादा खुदरा और आतिथ्य जैसे अन्य रियल एस्टेट क्षेत्रों में उतरने का है क्योंकि यह अयोध्या भूमि पार्सल पर निर्माण के साथ आगे बढ़ रही है. कंपनी ने बताया कि कई लोग इस उत्पाद में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि वे चाहते हैं कि उनके माता-पिता वहां जाकर रहें. हालांकि, हमने वरिष्ठ नागरिकों के बारे में विचार नहीं किया है. लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि हमारे उत्पाद का उपभोग मुख्य रूप से माता-पिता द्वारा किए जाने की उम्मीद है.
कंपनी अयोध्या में क्यों कर रही है निवेश
कंपनी का उद्देश्य भूमि अधिग्रहण की अपनी रणनीति के हिस्से के रूप में विशिष्ट विषयगत स्थानों में उच्च गुणवत्ता वाले भूमि पार्सल की पहचान करना है. समुज्जवल घोष ने कहा कि अयोध्या हमेशा हमारे रडार पर था. हम इस शहर को उत्तर प्रदेश में अपनी यात्रा का शुरुआती बिंदु बनाना चाहते थे. बता दें कि कंपनी ने उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में घोषणा की थी कि वह उत्तर प्रदेश में करीब ₹3000 करोड़ का निवेश करने की योजना बना रही है. अयोध्या के अलावा, यह उत्तर प्रदेश के अन्य आध्यात्मिक शहरों में भी सक्रिय रूप से भूमि के अवसर तलाश रहा है.
कब होगी अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन
अयोध्या में राम लला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन 22 जनवरी 2024 को किया जाना है. प्रतिष्ठा समारोह में रामलला की मूर्ति को नवनिर्मित राम मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा और उसके बाद इसे भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा. मंदिर में, भगवान राम के 5 वर्षीय बाल रूप को दर्शाने वाली 4’3” की मूर्ति का निर्माण अयोध्या में तीन स्थानों पर किया जा रहा है. तीन कारीगर पत्थर के तीन अलग-अलग टुकड़ों पर मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं. इसमें से एक मूर्तियां भगवान द्वारा स्वीकार की जाएंगी. ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर का निर्माण कार्य निरंतर गति से चल रहा है.
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