Azad Engineering IPO Listing: आजाद इंजीनियरिंग की शानदार लिस्टिंग, निवेशकों को मिला 37 प्रतिशत मुनाफा
Azad Engineering IPO Listing: आजाद इंजीनियरिंग एयरोस्पेस और रक्षा, ऊर्जा और तेल और गैस उद्योगों में वैश्विक मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को उत्पादों की आपूर्ति करती है.
Azad Engineering IPO Listing: भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन तू्फानी तेजी जारी है. इस बीच, एयरोस्पेस कंपोनेंट और टर्बाइन बनाने वाली कंपनी आजाद इंजीनियरिंग की भारतीय शेयर बाजार में शानदार लिस्टिंग हुई है. कंपनी के शेयर बेस प्राइस 524 रुपये से 37 प्रतिशत ऊपर लिस्ट हुए हैं. बीएसई पर शेयर ने निर्गम मूल्य से 35.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ 710 रुपये पर शुरुआत की. बाद में 38.83 प्रतिशत बढ़कर 727.50 रुपये पर पहुंच गए. एनएसई पर शेयर 37.40 प्रतिशत की बढ़त के साथ 720 रुपये पर सूचीबद्ध हुए. कंपनी का बाजार मूल्यांकन शुरुआती कारोबार में 4,219.19 करोड़ रुपये रहा. आजाद इंजीनियरिंग के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को गत शुक्रवार को पेशकश के अंतिम दिन कुल 80.60 गुना अधिक अभिदान मिला था. आईपीओ में 240 करोड़ रुपये तक नए शेयर जारी किए गए और इसमें 500 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल थी. आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 499-524 रुपये प्रति शेयर था. आजाद इंजीनियरिंग एयरोस्पेस और रक्षा, ऊर्जा और तेल और गैस उद्योगों में वैश्विक मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को उत्पादों की आपूर्ति करती है. कंपनी के ग्राहकों में जनरल इलेक्ट्रिक, हनीवेल इंटरनेशनल इंक, मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज, सीमेंस एनर्जी, ईटन एयरोस्पेस और मैन एनर्जी सॉल्यूशंस एसई शामिल हैं.
कंपनी में सचिन तेंदुलकर का भी है निवेश
आजाद इंजीनियरिंग में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने भी इस कंपनी में निवेश किया हुआ है. इस कंपनी में मई 2023 में सचिन तेंदुलकर के द्वारा पैसा लगाए जाने की सूचना आयी थी. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने पांच करोड़ रुपये का निवेश किया था. कंपनी इश्यू के बाद वार्षिक H1FY24 PAT आधार पर 58x के पी/ई मल्टीपल पर ₹499-524 प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर इश्यू ला रही है. वैश्विक ओईएम के लिए अत्यधिक इंजीनियर, जटिल और मिशन और जीवन-महत्वपूर्ण उच्च परिशुद्धता घटकों का निर्माण, चीन और पूर्वी यूरोप से बढ़ती प्रतिस्पर्धा, हाई ग्लोबल मार्केट में प्रवेश के साथ ओईएम को आपूर्ति करने वाली कंपनी के पास उन्नत विनिर्माण सुविधाओं के साथ लंबे समय से स्थायी और गहरे ग्राहक संबंध हैं. कंपनी के ग्राहकों में जनरल इलेक्ट्रिक, हनीवेल इंटरनेशनल इंक, मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज, सीमेंस एनर्जी, ईटन एयरोस्पेस और मैन एनर्जी सॉल्यूशंस एसई शामिल हैं.
आईपीओ क्या होता है
आईपीओ का पूरा नाम Initial Public Offering है. यह एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें किसी प्राइवेट कंपनी ने अपने स्टॉक के खुले बाजार में निवेशकों के लिए प्रस्तावना जारी करने का निर्णय लिया होता है. यह उस कंपनी के लिए पहली बार होता है जब वह खुले बाजार में अपने शेयरों को बेचने के लिए जाती है. जब एक कंपनी आईपीओ जारी करती है, तो वह अपने शेयरों का प्रचार प्रसार करती है और इंवेस्टर्स को अपने शेयरों को खरीदने का मौका देती है. आईपीओ के माध्यम से कंपनी उसके स्टॉक को सार्वजनिक और न्यूजीज माध्यमों के माध्यम से निवेशकों के लिए उपलब्ध कराती है ताकि वे उसे खरीद सकें. आईपीओ के माध्यम से कंपनी अधिकतर अपने स्टॉक के लिए नए निवेशकों को खींचने की कोशिश करती है और इसके माध्यम से कंपनी अधिकतर पूंजी एकत्र करके अपने विकास और वित्तीय योजनाओं को पूरा करती है. यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प होता है क्योंकि यह उन्हें एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक बनाने का अवसर प्रदान करता है.
सेकेंड हैंड आईपीओ का बाजार है ग्रे मार्केट
ग्रे मार्केट को आसान शब्दों में IPO का सेकेंड हैंड बाजार कहा जा सकता है. इसका अर्थ है कि आईपीओ जारी होने के बाद आप सीधे शेयर बाजार से खरीदारी करने के बजाये किसी निवेशक जिसने पहले से कंपनी में निवेश कर रखा है उससे आईपीओ की खरीदारी करते हैं. इस ग्रे मार्केट में सबसे बड़ी परेशानी ये आती है कि इसमें काम करने वाले सेलर, ब्रोकर और ट्रेडर कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं होते हैं. इस बाजार में कोई नियम कानून नहीं है. केवल भरोसे और व्यक्तिगत बातचीत पर कारोबार होता है. वहीं, पैसे फंसने पर रिकवरी भी आपको खुद अपने माध्यम से ही करनी पड़ती है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.