Bank Merger: एक होने वाले हैं ये दो बैंक, अगर आपका भी है इनमें खाता तो जानें आप पर क्या पड़ेगा प्रभाव

Bank Merger: RBI ने एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU Small Finance Bank) और फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक (Fincare Small Finance Bank) के 53 करोड़ अमेरिकी डॉलर के विलय सौदे को मंजूरी दी है.

By Madhuresh Narayan | March 5, 2024 1:21 PM

Bank Merger: देश को दो प्राइवेट बैंकों को मर्जर होने वाला है. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने सोमवार को एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU Small Finance Bank) और फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक (Fincare Small Finance Bank) के 53 करोड़ अमेरिकी डॉलर के विलय सौदे को मंजूरी दी. रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि विलय की प्रभावी तिथि इस साल एक अप्रैल होगी और फिनकेयर एसएफबी की सभी शाखाएं उस दिन से एयू एसएफबी की शाखाओं के रूप में कार्य करेंगी. दोनों संस्थाओं ने अक्टूबर 2023 के अंत में सौदे की घोषणा की थी और जरूरी मंजूरियां मिलने के बाद फरवरी 2024 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा था. सौदे के तहत गैर-सूचीबद्ध फिनकेयर के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक 2,000 शेयरों के बदले सूचीबद्ध एयू एसएफबी के 579 शेयर मिलेंगे.

Read Also: डिटिजल पेमेंट में होने वाला है बड़ा बदलाव, रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बतायी ये बात

ग्राहकों पर क्या होगा असर

फाइनेंशियल एक्सपर्ट विनय चौधरी बताते हैं कि दोनों बैंकों के ग्राहकों पर सीधा कोई असर नहीं पड़ने वाला है. दोनों बैंकों के मर्जर के बाद, उनको मिलने वाली सुविधा का विस्तार होने की संभावना है. इसके साथ ही, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक के ग्राहकों का आईएफएससी कोड और चेक बुक बदल सकता है. हालांकि, इसके बारे में बैंक की तरफ को कोई जानकारी नहीं दी गयी है. ऐसे में ग्राहकों को बैंक के अपडेट का इंतजार करना चाहिए. विनय चौधरी ने बताया कि कुछ सालों पहले सरकार के द्वारा भी कई सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का मर्जर किया गया था. इससे ग्राहकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई थी.

क्या होगा बदलाव

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी में भी थोड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. दोनों बैंकों के विलय के बाद, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ एयू एसएफबी के उप सीईओ बनाये जाएंगे. इसके अतिरिक्त, फिनकेयर बैंक के बोर्ड की वर्तमान निदेशक दिव्या सहगल, एयू एसएफबी के बोर्ड में शामिल होंगी. समझा जा रहा है कि उनके बोर्ड में शामिल होने के बाद टीम को मजबूती मिलेगी. सौदे को आरबीआई और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से हरी झंडी मिलने के बाद एफएसएफबी के प्रमोटर इकाई में 700 करोड़ रुपये की नई पूंजी डालने पर भी सहमत हुए है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version