Banking crisis : यूबीएस ने क्रेडिट सुइस को खरीदने की पेशकश की, तो दोनों के शेयर हुए धड़ाम
क्रेडिट सुइस ने पिछले गुरुवार को कहा था कि वह अपने शेयरों के गिरने के बाद स्विस सेंट्रल बैंक (केंद्रीय बैंक) से 54 अरब डॉलर तक का कर्ज लेगा. हालांकि, इससे भी बैंक के ग्राहक और निवेशक आश्वस्त नहीं हुए.
नई दिल्ली : अमेरिका के 16वें बड़े सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के दिवालिया होने के बाद दुनिया के बैंकिंग क्षेत्र में एक नया संकट खड़ा हो गया है और एक के बाद एक बड़े बैंक और वित्तीय संस्थान धराशायी होते हुए दिखाई दे रहे हैं. फिलहाल, मामला स्विट्जरलैंड के संकटग्रस्त क्रेडिट सुइस बैंक का है. यूबीएस ने स्विट्जरलैंड के संकटग्रस्त क्रेडिट सुइस बैंक को खरीदने को पेशकश की. इसके बाद दोनों के शेयरों में जोरदार गिरावट दर्ज की गई. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक बैंकिंग प्रणाली में आई उथल-पुथल को रोकने के उद्देश्य से विश्व की एक प्रमुख वित्तीय कंपनी यूबीएस ने स्विट्जरलैंड के संकटग्रस्त बैंक क्रेडिट सुइस को करीब 3.25 अरब डॉलर में खरीदने की घोषणा की. इसके बाद क्रेडिट सुइस का शेयर 63 फीसदी और यूबीएस का शेयर 14 फीसदी टूट गया.
क्रेडिट सुइस ने पिछले गुरुवार को कहा था कि वह अपने शेयरों के गिरने के बाद स्विस सेंट्रल बैंक (केंद्रीय बैंक) से 54 अरब डॉलर तक का कर्ज लेगा. हालांकि, इससे भी बैंक के ग्राहक और निवेशक आश्वस्त नहीं हुए. इसके बाद स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने यूबीएस से संकटग्रस्त बैंक का अधिग्रहण करने का अनुरोध किया. स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति अलेन बरसेत ने कहा कि यह सौदा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय क्षेत्र की स्थिरता के लिए एक बड़ा कदम है.
क्या है मामला
मीडिया की रिपोर्ट के बाद विश्व की एक प्रमुख वित्तीय कंपनी यूबीएस ने स्विट्जरलैंड के संकटग्रस्त बैंक क्रेडिट सुइस को लगभग 3.25 अरब डॉलर में खरीदने का ऐलान किया है. क्रेडिट सुइस ने गुरुवार को कहा था कि वह अपने शेयरों के गिरने के बाद स्विस सेंट्रल बैंक (केंद्रीय बैंक) से 54 अरब डॉलर तक का कर्ज लेगा. स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने यूबीएस से संकटग्रस्त बैंक का अधिग्रहण करने का अनुरोध किया.
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क्रेडिट सुइस का हो गया पतन
स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति अलेन बरसेत ने कहा कि यह सौदा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय क्षेत्र की स्थिरता के लिए एक बड़ा कदम है. उन्होंने कहा कि क्रेडिट सुइस का अनियंत्रित तरीके से पतन देश और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली के लिए बहुत बड़ी परेशानी खड़ी कर देता. देश की कार्यकारी शाखा और सात सदस्यीय शासी निकाय ने एक आपात अध्यादेश जारी किया है, जिसमें शेयरधारकों की मंजूरी के बगैर बैंक के विलय को मंजूरी दी गई है. क्रेडिट सुइस के चेयरमैन एक्सऐल लेहमान ने इस सौदे को एक बड़ा बदलाव लाने वाला बताया. यूबीएस के चेयरमैन कोम केलेहर ने कहा कि यह अधिग्रहण अपार संभावनाओं को जन्म देगा.
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