आपका भी है बैंक अकाउंट तो हो जाए सावधान..अपराधियों ने हम भारतीयों को हर रोज लगाया है करोड़ों का चूना
RBI के आंकड़ों के अनुसार पिछले सात सालों में बैंक धोखाधड़ी या घोटालों में भारत को हर दिन कम से कम 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, हालांकि इसमें शामिल कुल राशि में साल-दर-साल कमी आई थी.
इंटरनेट की दुनिया में हर कुछ ऑनलाइन हो चुका है. ऐसे में बैंक खातों से ऑनलाइन भुगतान करना भी आजकल सामान्य है. लेकिन इन सब के बीच जो सामान्य नहीं है.. वो है बैंक धोखाधड़ी या घोटाला..ग्राहकों को पता भी नहीं चलता और कब उनका अकांउट खाली हो जाता है. दरअसल आरबीआई ने चौंकान्ने वाले आंकड़ें जारी किए हैं. RBI के आंकड़ों के अनुसार पिछले सात सालों में बैंक धोखाधड़ी या घोटालों में भारत को हर दिन कम से कम 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, हालांकि इसमें शामिल कुल राशि में साल-दर-साल कमी आई थी.
राज्यवार क्या कहते हैं आंकड़ें
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार देश की वित्तीय राजधानी महाराष्ट्र में सबसे अधिक बैंक धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं. धोखाधड़ी और घोटाले का आधा यानी 50 फीसदी हिस्सा महाराष्ट्र से ही है. जिसके बाद दिल्ली, तेलंगाना, गुजरात और तमिलनाडु का स्थान है. केवल इन पांच राज्यों में वित्तीय धोखाधड़ी या बैंक धोखाधड़ी कुल 2 लाख करोड़ यानी 83 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हुआ है. भारत के सभी राज्यों में 1 अप्रैल 2015 और 31 दिसंबर 2021 के बीच करीब 2.5 लाख करोड़ रुपए के बैंकिंग फ्रॉड का पता चला था.
फ्रॉड रोकने के लिए क्या हुए हैं उपाय
रिपोट्स के अनुसार आरबीआई की तरफ से इन धोखाधड़ी के मामलों को 8 श्रेणियों में विभाजित किया गया है. आपराधिक विश्वासघात, जालसाजी, अनधिकृत ऋण सुविधाएं, लापरवाही, विदेशी मुद्रा में लेनदेन के दौरान हुई अनियमितताएं जैसे कई श्रेणियों को शामिल किया गया है. वहीं, वित्त मंत्रालय के अनुसार बैंकिंग फ्रॉड को रोकने के लिए धोखाधड़ी होने के बाद इसकी त्वरित जानकारी और दूसरे सुरक्षा उपायों किए गए जिससे इन मामलों में साल दर साल कमी आई है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.