मार्च में बैंकों की जमा वृद्धि दर घटकर 10 फीसदी पर पहुंची, RBI ने बताए आंकड़े
रिजर्व बैंक ने कहा कि इन कम लागत वाली जमाओं की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2020-21 और 2021-22 में क्रमशः 60.9 फीसदी और 55.6 फीसदी रही. मार्च, 2022 में कुल जमाओं में परिवारों की हिस्सेदारी 62.6 फीसदी रही.
2022 में अधिसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमाओं में वृद्धि की दर 10 फीसदी रही जबकि एक साल पहले यह 11.9 फीसदी रही थी. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मार्च, 2022 के बैंक जमा आंकड़े जारी करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में चालू, बचत एवं सावधि जमाओं की वृद्धि दर क्रमशः 10.9 फीसदी, 13.3 फीसदी और 7.9 फीसदी रही. आंकड़ों के मुताबिक, मौद्रिक एवं तरलता स्थिति के अनुरूप समाप्त वित्त वर्ष में सावधि जमाओं पर ब्याज की दरों में भी सुस्ती देखी गई.
केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, छह फीसदी से अधिक ब्याज दर वाली सावधि जमाओं की हिस्सेदारी मार्च, 2022 में घटकर 14.4 फीसदी पर आ गई जबकि मार्च, 2021 में यह 31 फीसदी और दो साल पहले 78.7 फीसदी थी. कुल जमाओं में चालू खाता एवं बचत खाता जमाओं की हिस्सेदारी पिछले वर्षों में बढ़ी है. मार्च, 2022 में यह अनुपात 44.8 फीसदी रहा जो तीन साल पहले 41.7 फीसदी था.
रिजर्व बैंक ने कहा कि इन कम लागत वाली जमाओं की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2020-21 और 2021-22 में क्रमशः 60.9 फीसदी और 55.6 फीसदी रही. मार्च, 2022 में कुल जमाओं में परिवारों की हिस्सेदारी 62.6 फीसदी रही. वहीं महिला जमाकर्ताओं की हिस्सेदारी 19.8 फीसदी रही.
वित्त वर्ष 2021-22 में महिला जमाकर्ताओं की बैंक जमाओं में हिस्सेदारी एक साल पहले के 15.2 फीसदी की तुलना में बढ़कर 34.3 फीसदी हो गई. कुल जमाओं में एक करोड़ रुपये से अधिक आकार की जमाओं की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी रही.
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