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BHEL : शेयर मार्केट में मचेगा तहलका, इस सरकारी कंपनी को मिला अदाणी पावर से इतने का ठेका

BHEL : अदानी पावर गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्यों में आठ बिजली संयंत्र संचालित करती है, जिनकी संयुक्त क्षमता 15,120 मेगावाट है. इस पावरहाउस ने अपने आने वाले प्रोजेक्ट की कमान इस सरकारी कंपनी को सौंप दी है.

By Pranav P | August 26, 2024 5:04 PM
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BHEL : सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी BHEL को अडानी पावर (Adani Power) और उसकी सहायक कंपनी महान एनर्जीन लिमिटेड (MEL) से तीन सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट बनाने के लिए ₹11,000 करोड़ का बड़ा ऑर्डर मिला है. प्रत्येक प्रोजेक्ट की क्षमता 2×800 मेगावाट होगी और इसे राजस्थान के कवाई और मध्य प्रदेश के महान में स्थापित किया जाएगा. विशेषज्ञों का मानना है कि इससे बीएचईएल के शेयरों में उछाल आ सकता है, जो पिछले एक साल में पहले ही 170% तक बढ़ चुका है. इस प्रोजेक्ट की न्यूज सुन कर निवेशकों के मन में अभी से ही लड्डू फूटने लगे हैं.

BHEL ने शेयर किया रोडमैप

BHEL ने स्टॉक एक्सचेंज को अपनी परियोजनाओं की समयसीमा के बारे में अपडेट दिया कि कवाई चरण-2 के 49 महीनों में, कवाई चरण-3 के 52 महीनों में और महान चरण-3 के 55 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है. वे इन तीनों बिजली परियोजनाओं के लिए बॉयलर, टर्बाइन, जनरेटर, नियंत्रण प्रणाली और अन्य मशीनरी सहित सभी आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति और स्थापना करेंगे. इस बीच, भारत की बिजली की मांग बढ़ रही है, इस क्षेत्र में इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में साल-दर-साल 10.6% की वृद्धि हुई है और पीक डिमांड 12% बढ़कर 250 गीगावाट तक पहुँच गई है. इसके विपरीत, अदानी पावर गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्यों में आठ बिजली संयंत्र संचालित करती है, जिनकी संयुक्त क्षमता 15,120 मेगावाट है. इसके अतिरिक्त, वे गुजरात में 40 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का प्रबंधन करते हैं.

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आसमान छू रहा है BHEL

वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में BHEL का राजस्व पिछले साल की तुलना में 9.6% बढ़कर 5,484 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. दूसरी ओर, अडानी पावर ने अपने समेकित लाभ में 95% की भारी वृद्धि देखी, जो अप्रैल-जून अवधि के लिए 4,483 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल 2,303 करोड़ रुपये था. साथ ही, उनकी बिजली बिक्री की मात्रा में 38% की वृद्धि हुई, जो वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में कुल 24.1 बिलियन यूनिट थी, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान यह 17.5 बिलियन यूनिट थी.

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